Shimla. शिमला। प्रदेश के मंडी जिला के सुंदरनगर में शातिरों द्वारा सीए की आधिकारिक मुहरों और हस्ताक्षरों का दुरुपयोग करके फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने का मामला सामने आया है। सीए की आधिकारिक मुहरों और हस्ताक्षरों का दुरुपयोग करके फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने के मामले में पुलिस थाना सुंदरनगर में मामला दर्ज किया गया। वहीं आईसीएआई की हिमाचल प्रदेश शाखा के अध्यक्ष नरेश वशिष्ठ ने कहा कि यह अपील एक बार फिर राज्य सरकार की ओर से की गई है, जो हाल ही में सुंदरनगर में सरकारी टेंडर दस्तावेजों में फर्जीवाड़े में सीए सील और हस्ताक्षरों के दुरुपयोग की घटनाओं से प्रेरित होकर की गई है। उन्होंने सुंदरनगर पुलिस स्टेशन में सरकारी निविदाओं में सीए सील और हस्ताक्षरों की जालसाजी के लिए लेखाकार के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक शातिर द्वारा सीए की आधिकारिक मुहरों और हस्ताक्षरों का दुरुपयोग करके फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने का मामला सामने आया है।
उन्होंने कहा कि आरोपी अकाउंटेंट, जो काफी समय तक अधिकारियों से बचता रहा था, को स्थानीय सीए के समर्पित प्रयासों के कारण सफलतापूर्वक पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह जाली सीए प्रमाणपत्रों का उपयोग करके विभिन्न छोटे ठेकेदारों की ओर से सरकारी अनुबंधों के लिए ई-टेंडर दाखिल कर रहा था। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने अवैध रूप से उन दस्तावेजों पर कई सीए की मुहरों और हस्ताक्षरों का इस्तेमाल किया, जिन्हें कानूनी तौर पर अधिकृत सीए द्वारा प्रमाणित किया जाना आवश्यक था। आगे की जांच से पता चला है कि आरोपी अकाउंटेंट ने कथित तौर पर निविदा आवेदनों के लिए ठेकेदारों द्वारा उसे सौंपे गए धन का दुरुपयोग किया, इस पैसे को ठेकेदारों की जानकारी या सहमति के बिना क्रिप्टो करंसी निवेश में बदल दिया।