Project प्रभावितों पर खर्च किया जाए डीएमएफटी का पैसा

Update: 2024-08-04 10:57 GMT
Bilaspur. बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल्स एंड फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) के पैसे का उपयोग केवल और केवलमात्र प्रोजेक्ट प्रभावित क्षेत्रों की पंचायतों में ही किया जाए। इस पैसे को किसी दूसरी जगह लगाया जाना सही नहीं होगा। उन्होंने सदर विधायक को नसीहत दी है कि प्रभावितों के बजाए झंडूता क्षेत्र में यह पैसा न लगाया जाए और जो पहले बीजेपी सरकार के समय किया कराया गया है उसके लिए जनता से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी जाए। साथ ही प्रशासन से आग्रह किया है कि 6 अगस्त को होने वाली जिलास्तरीय मीटिंग में डीएमएफटी के पैसे की अलॉटमेंट प्रभावित क्षेत्रों के लिए की जाए ताकि उन क्षेत्रों में सडक़, डंगे लगने के कार्यों के अलावा पानी सहित अन्य समस्याओं का
समयवद्ध समाधान हो सके।

बंबर ठाकुर ने शनिवार को यहां परिधि गृह में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पिछली सरकार के समय डीएमएफटी के पैसे का जमकर दुरूपयोग किया गया है। विडंबना यह है कि उस समय नियमों में ही परिवर्तन कर दिया गया। झंडूता के विधायक जेआर कटवाल और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार रहे त्रिलोक जम्वाल ने पैसा झंडूता में लगाया। जबकि यह पैसा नियमानुसार प्रोजेक्ट प्रभावित क्षेत्रों में विकास पर खर्च किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला में एसीसी, एनटीपीसी और अल्ट्राटैक कंपनी कार्यरत हैं। इन प्रोजेक्टों में माईनिंग के एवज में कुछ पैसा माईनिंग फंड में दिया जाता है जिसे जिला प्रशासन की ओर से प्रोजेक्ट प्रभावित क्षेत्रों की पंचायतों में विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है। इन प्रोजेक्टों के दायरे में आने वाली कई ग्राम पंचायतों में आज तक सडक़ों, डंगे सहित अन्य विकास के कार्य अधूरे हैं।
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