बदलते हुए भारत का एक महत्वपूर्ण पक्ष है डिजिटल एग्रीकल्चर : पीएम मोदी

Update: 2022-02-05 10:52 GMT

तेलंगाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तेलंगाना (Telengana) की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) के दौरे पर हैं. शनिवार को पीएम मोदी शहर के पाटनचेरु में 'इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स' (ICRISAT) परिसर पहुंचे. उन्होंने यहां पर ICRISAT की 50वीं वर्षगांठ का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ICRISAT परिसर में प्रदर्शनी का लुत्फ भी उठाया. उनके साथ तेलंगाना के गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन (Tamilisai Soundararajan) और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) भी मौजूद हैं.

पीएम मोदी ने यहां पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ICRISAT को कृषि को आसान और टिकाऊ बनाने में अन्य देशों की मदद करने का 5 दशकों का अनुभव है. आज, मुझे उम्मीद है कि वे भारत के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए अपनी विशेषज्ञता देना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि भारत ने 2070 तक नेट-जीरो का टारगेट निर्धारित किया है. हमने पर्यावरण के लिए लाइफ-लाइफस्टाइल की जरूरत पर भी प्रकाश डाला है और प्रो प्लैनेट पीपल मूवमेंट का भी आह्वान किया है. ये एक ऐसा मूवमेंट है, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जरूरी है और हर व्यक्ति को जलवायु से जोड़ता है.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, भारत में 15 एग्रो-क्लाइमेट जोन हैं. हमारे यहां, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर, ये 6 ऋतुएं भी होती हैं. यानि हमारे पास एग्रीकल्चर से जुड़ा बहुत विविध और बहुत प्राचीन अनुभव है. उन्होंने कहा, जलवायु परिवर्तन से अपने किसानों को बचाने के लिए हमारा फोकस बुनियादी बातों पर वापस लौटना और भविष्य की ओर आगे बढ़ना, दोनों के फ्यूजन पर है. हमारा फोकस देश के उन 80 प्रतिशत से अधिक छोटे किसानों पर है, जिनको हमारी सबसे अधिक जरूरत है.

पीएम मोदी ने कहा, बदलते हुए भारत का एक महत्वपूर्ण पक्ष है- डिजिटल एग्रीकल्चर. ये हमारा फ्यूचर है और इसमें भारत के टेलेंटेड युवा, बहुत बेहतरीन काम कर सकते हैं. डिजिटल टेक्नॉलॉजी से कैसे हम किसान को सशक्त कर सकते हैं, इसके लिए भारत में प्रयास निरंतर बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, हम दोहरी रणनीति पर काम कर रहे हैं. एक तरफ हम जल संरक्षण के माध्यम से नदियों को जोड़कर एक बड़े क्षेत्र को सिंचाई के दायरे में ला रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ, हम कम सिंचित क्षेत्रों में पानी की बेहतर यूज बढ़ाने के लिए माइक्रो इरिगेशन पर जोर दे रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत में हम FPOs और एग्रीकल्चर वैल्यू चेन के निर्माण पर भी बहुत फोकस कर रहे हैं. देश के छोटे किसानों को हजारों FPOs में संगठित करके हम उन्हें एक जागरूक और बड़ी मार्केट फोर्स बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, हम खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ आहार सुरक्षा पर फोकस कर रहे हैं. इसी विजन के साथ बीते 7 सालों में हमने अनेक जैव-फोर्टिफाइड किस्मों का विकास किया है.

स्मारक टिकट किया जारी

पीएम मोदी ने पौधा संरक्षण पर ICRISAT के जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र और ICRISAT की रैपिड जनरेशन एडवांसमेंट केंद्र का भी उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने ICRISAT के विशेष रूप से डिजाइन किए गए प्रतीक चिह्न का भी अनावरण किया और इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया. बता दें कि ICRISAT एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो एशिया (Asia) और उप-सहारा अफ्रीका (Sub-Sahara Region) में विकास के लिए कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान करता है.


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