लुधियाना। स्वास्थ्य विभाग में सनसनीखेज घोटाले में जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जप्त किया गया 10 क्विंटल देसी घी गायब हो गया, के मामले में स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गुरमीत सिंह को 2 दिन में रिपोर्ट करने को कहा है, जबकि दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग में ऐसा भी देखने में आया है कि पूर्व में सिविल सर्जन ने इससे पहले जिला स्वास्थ्य अधिकारी को एक मामले में जांच कर उसकी रिपोर्ट 2 दिन में देने को कहा था। परंतु कई हफ्ते बीतने के बाद भी जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने उस पर रिपोर्ट नहीं की। अब देखने वाली बात है कि इस मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी कितने दिन में रिपोर्ट पेश करते हैं। जबकि छापामारी कर उक्त देसी घी के सैंपल लेने व सारे स्टॉक को सील कर दिया था परंतु जांच में सैंपल फेल होने के बाद उस पर कार्रवाई न कर देसी घी के निर्माता को स्टॉक सहित भागने दिया और इस मामले में 1 वर्ष बीतने के बाद भी आज तक पुलिस रिपोर्ट नहीं की गई। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि विभाग के अधिकारियों को मूर्ख बनाने के लिए फूड सेफ्टी अफसर और जिला स्वास्थ्य अधिकारी आपस में पत्राचार करते रहे और टाइम पास करते रहे बाद में इस मामले को दबा दिया गया। बताया जाता है कि ऐसे कई कंकाल स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में दफन हैं जिनमें 371 सेंपल्स की रिपोर्ट भी शामिल है, जिसके बारे में डॉक्टर गुरप्रीत सिंह ने आरटीआई कमिश्नर को दिए शपथ पत्र में माना कि यह रिपोर्ट्स विभाग को नहीं मिली।