कांग्रेस ने वेंटिलेटर की खरीद में लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, बीजेपी में खलबली
देश में कोरोना की दूसरी लहर भले ही थम गई हो, लेकिन तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारियां तेज हो गई हैं. अहमदाबाद में कोरोना से संक्रमित मरीजों को वेंटिलेटर की कमी ना हो, इसके लिए अहमदाबाद नगर निगम के 192 पार्षद ने अपने फंड से 5-5 लाख रुपए मेडिकल इक्विपमेंट खरीदने के लिए दिए थे. लेकिन अब कांग्रेस ने वेंटिलेटर की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
अहमदाबाद के दानीलिमडा से कांग्रेस के पार्षद हैं. यहां अर्बन हेल्थ सेन्टर में ऑक्सीजन तो है, लेकिन अन्य कोई सुविधा नहीं है. यहां डॉक्टर भी हैं, लेकिन कोई इक्विपमेंट नहीं है, जिससे मरीजों का इलाज किया जा सके.
कोरोना की दूसरी लहर में अहमदाबाद की स्थिति भी काफी नाजुक हो गई थी. यहां अस्पतालों के बाहर लंबी लंबी लाइनें थीं. ऐसे में सभी पार्षद ने अर्बन हेल्थ सेन्टर को मेडिकल साधनों से लैस करने के लिए अपने बजट से 5-5 लाख रुपए दिए थे. यानी एक अर्बन हेल्थ सेन्टर में चार पार्षदों का इलाका आता है. यानी हर सेंटर के लिए 20 लाख रु दिए गए थे. लेकिन इसके बाद भी स्थिति पहले जैसी ही है. कांग्रेस ने इस मामले में भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस ने 32 करोड़ रुपए के वेंटिलेटर खरीद मामले में भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. हालांकि, भाजपा ने इसे नकारते हुए बेबुनियाद बताया. भाजपा ने कहा, पार्षदों द्वारा दिए गए पैसों से खरीदे गए वेंटिलेटर निगम के चार बड़े अस्पतालों में जाएंगे.