By-election: धोखा देने वाले विधायकों को सबक सिखाएगी जनता

Update: 2024-07-03 10:15 GMT
Ghumarwin. घुमारवीं। हिमाचल के इतिहास की पहली ऐसी घटना है, जब चुने हुए आजाद विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दिया और उपचुनाव की नौबत लाकर जनता पर आर्थिक बोझ लाद दिया। आखिरकार तीनों आजाद विधायकों को इस्तीफा देने की जरूरत क्या थी? यदि कांग्रेस पार्टी के साथ उनकी कोई नाराजगी थी, तो बीजेपी के साथ विपक्ष में बैठ जाते। मगर ऐसा करने के बजाय उपचुनाव की नौबत लाकर प्रदेश की जनता पर बोझ डाल दिया। अब लोग उन्हें कभी भी माफ नहीं करेंगे और उपचुनाव में निश्चित तौर पर जीत कांग्रेस पार्टी की ही होगी। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को हमीरपुर जाते समय घुमारवीं में मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन हलकों नालागढ़, हमीरपुर और
देहरा में उपचुनाव हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह पहले ऐसे उपचुनाव होने जा रहे हैं, जो कि आजाद विधायकों के पद से इस्तीफा देने की वजह से हो रहे हैं। पद से इस्तीफा देने को लेकर तीनों आजाद विधायकों ने क्या कुछ नहीं किया। पहले इस्तीफे के लिए धरने पर बैठे और इसके बाद हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। अब सवाल यह उठता है कि तीनों विधायकों को पद से इस्तीफा देने की जरूरत क्यों पड़ी? प्रदेश की यह एक ऐसी पहली घटना है, जिस पर सवाल उठना लाजिमी है। सुक्खू ने कहा कि तीनों आजाद विधायकों से पूछना है कि कांग्रेस पार्टी यदि उनके काम नहीं किए, तो इस्तीफा देने के बजाय बीजेपी के साथ विपक्ष में बैठ जाते। यदि ऐसा करते, तो उपचुनाव की नौबत ही नहीं आती। सीएम ने कहा कि देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में हो रहे उपचुनाव में निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी की जीत होगी। तीनों विधायकों ने इस्तीफा देकर प्रदेश की जनता पर बोझ डाला है। इसके लिए लोग उन्हें कभी भी माफ नहीं करेंगे। चुनाव में माहौल कांग्रेस के पक्ष में है और निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी रिकॉर्ड जीत दर्ज करेगी।
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