बीजेपी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी पर कार्रवाई को सही ठहराया
नेशनल न्यूज़: भारतीय जनता पार्टी ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार निरोधक कार्रवाई को सही ठहराया। साथ ही कहा कि गांधी परिवार या कांग्रेस नेता ऐसा एक भी फैसला दिखा दे, जिसमें सर्वोच्च या उच्च न्यायालय ने नेशनल हेराल्ड मामले की कार्रवाई को विद्वेष की भावना से की गई कार्रवाई बताया हो। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, पिछले आठ सालों में देश की जांच एजेंसियां स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक होकर काम कर रही है। केंद्र की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टालेरेंस की नीति पर काम कर रही है, जबकि कांग्रेस के शासन में सुप्रीम कोर्ट ने ईडी या सीबीआई जांच एजेंसी के लिए पिंजरे का तोता जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। नरेन्द्र मोदी सरकार में वही तोता आज बाज बनकर भ्रष्टाचारियों को सबक सीखाने का काम कर रही है। यह किसी का जन्मसिद्ध अधिकार नहीं है कि वह भ्रष्टाचार करे और उन पर जांच एजेंसियां कानून के तहत कार्रवाई भी न करे।
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाटिया ने नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़े तथ्यों के आधार पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दोनों से कुछ सवाल करते हुए उम्मीद जताया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी इसका जवाब अवश्य देंगे। भाजपा नेता ने इस मौके पर कांग्रेस नेताओं से 10 सवाल पूछे। साथ ही कहा कि भ्रष्ट गांधी परिवार के पास यंग इंडियन लिमिटेड कंपनी का मालिकाना हक है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास इसके 38-38 प्रतिशत होल्डिंग शेयर हैं। यानी मां-बेटे के पास कंपनी की कुल 76 प्रतिशत शेयर होल्डिंग है। इस मामले से जुड़ी अन्य कंपनियों का मेजर शेयर होल्डिंग इन्हीं लोगों के पास है। यंग इंडियन कंपनी ने एजेएल को महज 50 लाख रूपये दिए। यानी 50 लाख रुपए देकर 2,000 करोड़ रुपए का मालिक बनने का खेल खेला गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बीते कल प्रेसवार्ता में स्वीकार किया था कि कांग्रेस पार्टी ने एजेएल को 90 करोड़ रुपए का लोन दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि ये लोग वैसे भ्रष्टाचारी हैं, जो पकड़े जाने पर हो-हल्ला करते हैं, लेकिन सही तथ्यों को जनता के सामने नहीं रखते हैं। कौन चोर बोलेगा कि मैंने चोरी की है? कौन भ्रष्टाचारी बोलेगा कि मैंने देश को लूटा है? भाटिया ने कहा कि देश में सभी भ्रष्टाचारी बारी-बारी से पकड़े जा रहे हैं। भ्रष्टाचारी को डरना भी होगा, कानून के सामने झुकना भी होगा और कानून का सामना भी करना होगा। कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार भी करते हैं और कहते हैं- डरेंगे-झुकेंगे नहीं, सीना ठोक कर सामना करेंगे। भाटिया ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2017 में स्पष्ट आदेश पारित किया था कि इस घोटालेबाजी से सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 414 करोड़ रुपए का मुनाफा जिसकी एवज में 250 करोड़ रुपए का टैक्स अदा किया जाए । इसके खिलाफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने न्यायालय के दरवाजे खटखटाए, लेकिन न्यायालय से उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
भाटिया ने कहा कि यदि प्रोसिड आफ क्राइम से कोई संपत्ति अर्जित की जाएगी तो उसको जब्त भी किया जाएगा और सुनिश्चित की जाएगी कि जनता के हित के लिए उसका उपयोग हो, ना कि गांधी परिवार के हित में। गांधी परिवार के तीन सदस्य, सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार का आरोप है और जमानत पर बाहर हैं जबकि उनके ही परिवार के राबर्ट वाड्रा जमीन घोटाले में अग्रिम जमानत पर बाहर हैं। गांधी परिवार के तीन सदस्यों पर भ्रष्टाचार मामले में कोर्ट में केस चल रहा है और न्यायालय ने उन मामलों को अभी तक निरस्त नहीं किया है। भाटिया ने कहा कि कांग्रेस शासन काल में सीबीआई और ईडी के डायरेक्टर को घर पर बुलाकर घोटाले की रिपोर्ट बदलवा दी जाती थी। पिछले आठ सालों में परिस्थितियां बदल गयी हैं,। अब किसी को बख्शा नहीं जाएगा और देश को भ्रष्टाचार स्वीकार नहीं है, कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।