BIG BREAKING: मणिपुर में हिंसा जारी, NPP ने बीजेपी सरकार से वापस समर्थन लिया

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Update: 2024-11-17 13:41 GMT
New Delhi. नई दिल्ली। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच कोनराड संंगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार राज्य की मौजूदा स्थिति से निपटने में नाकाम रही हैं. इस लिए वह तत्काल प्रभाव से अपना समर्थन वापस ले रहे हैं. नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने मणिपुर की मौजूदा स्थिति को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिख कर कहा कि वह राज्य की मौजूदा स्थिति कानून-व्यवस्था पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करना चाहते हैं. पिछले कुछ दिनों में हमने राज्य की स्थिति को और खराब होते हुए देखा है, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई. और राज्य में लोग बड़ी पीड़ा से गुजर रहे हैं।



उन्होंने ये भी कहा, 'हम दृढ़ता से महसूस किया है कि सीएम बीरेन के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार राज्य में पैदा हुए संकट का समाधान करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. मौजूदा स्थिति को ध्‍यान में रखते हुए नेशनल पीपुल्स पार्टी ने फैसला किया है कि वह मणिपुर में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से तत्काल प्रभाव से अपना समर्थन वापस ले रही है'. सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर के ताजा हालातों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की. बैठक में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई. साथ ही सोमवार को गृहमंत्री इस मुद्दे पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करेंगे। वहीं, अमित शाह आज ही (रविवार को) महाराष्ट्र से अपने राजनीतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिल्ली पहुंचे थे. पिछले कुछ दिनों से मणिपुर में सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक हालात बने हुए हैं।

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए हमला बोला और कहा कि आपकी डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में मणिपुर न एक है, न सेफ है. मई 2023 से मणिपुर एक अकल्पनीय दर्द, बंटवारे और हिंसा से गुजर रहा है. जिसने यहां के लोगों का भविष्य खराब कर दिया है. हम इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं कि ऐसा लगता है कि बीजेपी जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है, क्योंकि वह अपनी घृणित बंटवारे की राजनीति करती है। खड़गे ने लिखा कि मणिपुर में 7 नवंबर से अब तक 17 लोगों की
जान
जा चुकी है. हिंसा लगातार कई इलाकों के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों की ओर फैलती जा रही है. आपको बता दें कि बीते शनिवार को मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क गई और गुस्साई भीड़ ने कई विधायकों के घरों में तोड़फोड़, आगजनी कर दी. ये गुस्साई भीड़ सीएम बीरेन सिंह के आवास की ओर बढ़ रही थी. तभी पुलिस ने बल का उपयोग कर भीड़ को रोका. वहीं, रविवार को पुलिस ने इस मामले में 20 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और इंफाल में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है।
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