सुअर और बीफ पर संग्राम, हैदराबाद लोकसभा सीट का सियासी पारा

Update: 2024-04-22 06:16 GMT

हैदराबाद। हैदराबाद लोकसभा सीट में सुअर और बीफ पर संग्राम जारी है। टी राजा सिंह ने कहा- सारे के सारे हिन्दू समाज पर आप खेल रहे हो क्या आप पर केस दर्ज नहीं होना चाहिए। क्या इलेक्शन कमीशन को आपके उपर एफआईआर दर्ज नहीं करना चाहिए। ओवैसी सहाब पार्टी का प्रचार करो अगर इस प्रकार की बातें बोलकर आप हमें भडक़ाने का प्रयास करोगे तो नुकसान आपका ही होगा। याद रखाना।

भाई प्रचार करो..वोट मांगो और देने वाला देगा... नहीं देने वाला नहीं देगा.. लेकिन तुम जिस प्रकार से एक बीफ की दुकान पर जाकर खाते रहो, बीफ काटते रहो... इसका क्या संदेश देना चाह रहे हो आप आज भारत का सौ करोड़ हिन्दू गाय को अपनी माता मानता है.. और सारे हिन्दू समाज की भावनाओं से खेल रहे हो... तो आपके ऊपर क्या केस नहीं होना चाहिए? क्या इलेक्शन कमीशन को आपके ऊपर एफआईआर नहीं करना चाहिए? जब दूसरे लोग अगर थोड़ा मूवमेंट भी लेते हैं तो उनके ऊपर आरोपों की बौछार कर देते हो... जब तुम इस प्रकार की बात कर रहे हो तो तुम्हारे ऊपर क्यों एक्शन नहीं लिया जाए। अगर जो काम आपने आज किया है, अगर वहीं काम अगर हम किसी वाल्मीकि भाई के दुकान पर जाकर, जहां पर हमारे वाल्मीकि भाई सुवर काटते हैं, बेचते हैं अगर वहां जाकर हम कहें तो काटते रहो, रहो और ओवैसी जैसे गद्दारों को खिलाते रहो... तो क्या तुम चुप बैठोगे, चुप बैठोगे तुम... तुम तो सारी की सारी मीडिया में छाती पीटते रहोगे, तो असमुद्दीन ओवैसी साहब पार्टी का प्रचार करो अगर इस प्रकार की बातें बोलकर आपको हमें भडक़ाने का प्रयत्न करोगे तो नुकसान तुम्हारा ही होगा...याद रखना।

असुदद्दीन ओवैसी को पहली बार हार का डर सता रहा है बीजेपी प्रत्याशी माधुरी लता के तीर छोडऩे की वजह से ओवैसी ने अपने सुर बदल दिए है। ष्टष्ट-हृक्रष्ट और संविधान खतरें की बात कर रहे असुदद्दीन ओवैसी जहां देशवासियों को 6 दिसंबर बाबरी मंस्जिद का डर दिखा रहे थे वही अब दूसरी तरफ वोट पाने के लिए देश के सभी हिंदू-मुस्लिम लोगों को तोडऩे में लगे हुए है। हैदराबाद में रामनवमी के मौके पर बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता के तीर छोडऩे पर असुदद्दीन ओवैसी फॉर्म में आ गए हैं। इस घटना के बाद जहां हैदराबाद का सियासी माहौल गर्म है तो वहीं दूसरी तरफ अब ओवैसी माधवी लता के तीर वाले इशारे को मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। असुदद्दीन ओवैसी अपने भाषणों में जहां मुख्तार अंसारी की मौत से लेकर सीएए और एनआरसी के मुद्दों को उठा रहे हैं तो अब उन्होंने इबातदगाहों की सुरक्षा को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। अभी तक काफी शांत दिख रहे ओवैसी ने अपने भाषणों की लाइन बदल दी है। उन्होंने यहां तक अपील कर दी है कि लोग इस तीर वाले वीडियो को ध्यान में रख वोट डालें। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी भी एक राजनेता थे। वह सन 1984 के दशक से हैदराबाद के सांसद रहे। फिर उसके बाद साल 2004 में पहली बार ओवैसी को हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुना गया एक हिसाब से ये खानदानी सियासत और खानदानी पद जो ओवैसी को मिलता रहा जिससे आज उनका डर साफ़ दिखने लगा है कि एक महिला उमीदवार उनको पछाड़ते हुए दिख रही है। ओवैसी साल 2004 के बाद वे 2009 और 2014 के आम चुनाव में भी हैदराबाद क्षेत्र से सांसद चुने गए। 2019 के आम चुनाव में वह अपनी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन से फिर एक बार हैदराबाद क्षेत्र से उम्मीदवार हैं।


्रढ्ढरूढ्ढरू सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक मीट शॉप पर पहुँचते हैं और ‘रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद’ कहते हैं। इस वीडियो में वो मांस काटने वाले लोगों के साथ हाथ मिलाते हैं और फिर कहते हैं ‘काट ते रहो।’ ये वीडियो असदुद्दीन ओवैसी के चुनाव प्रचार के दौरान का है, जब वो हैदराबाद के अंदरुनी इलाकों में पैदल ही चुनाव प्रचार कर रहे थे और लोगों से मिल रहे थे। उनका ये वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने उन पर हमला बोला है। हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि वो तीर मारने का वीडियो दुनिया ने देखा। वो हैदराबाद में हिंदू और मुसलमानों के अमन को कमजोर करने के लिए किया गया था। वो किसी इबादतगाह के ऊपर नहीं था। वो हैदराबाद दंगे कराने के लिए किया गया था।

ओवैसी ने आगे कहा कि अगर उस इबादतगाह के लिए एहसास और तकलीफ है। कम से कम उस इबादतगाह की अजमत के लिए वोट डालो। क्या अब भी मजलिए और असद के लिए वोट नहीं करोगे? ओवैसी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हैदराबाद की आवाम 13 मई को उस वीडियो को समाने रखकर वोट करेंगे। हैदराबाद में 13 मई को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण के चुनावों के बीजेपी ने पहली सूची में माधवी लता का नाम तय कर दिया था। बीआरएस भी यहां से कैंडिडेट का ऐलान कर चुकी है लेकिन अभी तक कांग्रेस ने कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है।

बीजेपी की कैंडिडेट माधवी लता अपनी जीत का दावा कर रही है। अभी तक कभी भी बीजेपी ने यहां से महिला को कैंडिडेट नहीं बनाया है। यह पहली बार है जब ओवैसी को महिला कैंडिडेट से कड़ी चुनौती मिल रही है। माधवी लता ने सिर्फ ओवैसी बल्कि उनके भाई अकबरुद्दीन के साथ कांग्रेस पर हमलावर हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि मैंने 4-5 हजार मुस्लिम महिलाओं के साथ काम किया है। मुस्लिम महिलाएं गरीबी और डर में जी रही हैं। वो 10 बच्चों को जन्म दे रही है। लेकिन उन बच्चों का क्या फायदा। इतने बच्चों को आप अच्छे से पढ़ाई भी नहीं दे पा रहे। ठीक तरह से आप खाना और सेहत नहीं दे पा रहे हो। बच्चों को छोटी उम्र में काम करना पड़ता है। दिक्कत यह है कि अगर कांग्रेस से कोई बड़ा मुस्लिम मैदान में आया था तो ओवैसी की दिक्कत बढ़ सकती है।

निर्मला सीतारमण ने असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला. निर्मला सीतारमण ने निर्मला सीतारमण ने हमला बोलते हुए कहा कि उनके राजनीतिक बयान हमेशा अभद्र होता है. वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे उनके ऐसे बयानों पर हैरानी नहीं होती है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि उनके छोटे भाई यानी अकबरुद्दीन ओवैसी भी, जो विधायक हैं, ऐसे बयान देने में एक्सपर्ट हैं. दरअसल, निर्मला सीतारमण का ये बयान तब आया है जब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के चुनाव प्रचार का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ. वीडियो के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी इस दुकान पर पहुंचने के दौरान बोर्ड पर लिखा नाम पढ़ते हैं. इसके बाद वो कहते नजर आते हैं कि रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद. चलते-चलते उन्होंने कहा कि काटते रहो आप. वायरल वीडियो में ्रढ्ढरूढ्ढरू सांसद का चुनाव प्रचार के दौरान मांस की एक दुकान पर जाकर जहां रेहान बीफ शॉप लिखा है रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद के नारे लगाना यह दर्शाता है कि किस प्रकार ओवैसी भडक़ाऊ बयान देने कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. वहीं इसको लेकर बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे इन लोगों के बयानों पर आश्चर्य नहीं होता है।

क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई इसी तरह के भडक़ाऊ बयान देते रहते हैं. बता दें कि पहले चरण में 19 अप्रैल को 21 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हो गई है. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 89 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही चार राज्यों में मतदान प्रक्रिया पूरी की जाएगी. तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही 6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. चौथे चरण में 13 मई को 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों पर मतदान होगा. इसके साथ ही तीन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान पूरा हो जाएगा. वहीं पांचवें चरण में 20 मई को 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके साथ ही तीन और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. छठे चरण में 25 मई को 7 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 57 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण के साथ दो और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान संपन्न हो जाएगा. सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को 8 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी. इसके साथ ही 8 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

किशनगंज जिले के बहादुरगंज कालेज ग्राउंड में रविवार शाम एआईएमआईएम प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के पक्ष में पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी सभा को किया। अपने भाषण के दौरान ओवैसी ने कांग्रेस और एनडीए पर तीखा राजनीतिक प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सीमांचल की आवाज दिल्ली पार्लियामेंट में गूंजना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक जिंदा रहूंगा सीमांचल के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ूगां। औवेसी ने कहा कि चुनाव में सीमांचल की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए वोट करें। औवेसी ने सीएए और एनआरसीसी का विरोध किया। गौरतबल है कि एआईएमआईएम ने किशनगंज, अररिया, कटिहार, दरभंगा, बक्सर, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, काराकाट, भागलपुर, गोपालगंज, शिवहर, पाटलिपुत्र से चुनाव लडऩे की घोषणा की है।

किशनगंज लोकसभा सीट से अमौर के विधायक व एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान खुद चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने पिछली बार भी किशनगंज से ही लोकसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन त्रिकोणात्मक लड़ाई में यहां से कांग्रेस की जीत हुई थी। बता दें कि एआईएमआईएम ने सीमांचल खासकर किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में अच्छा-खासा जनाधार बनाया है। 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में उसने तीनों जिलों में जीत का स्वाद भी चखा। उसके पांच विधायक जीते। इनमें किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में बहादुरगंज, कोचाधामन, अमौर और बायसी जबकि अररिया लोकसभा क्षेत्र में जोकीहाट में उनका विधायक जीता था। हालांकि तकनीकी रूप से अमौर व बायसी पूर्णिया जिले के प्रखंड हैं, लेकिन किशनगंज लोकसभा के क्षेत्र हैं।

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