Bharadi. भराड़ी। पिछले वर्ष आई त्रासदी के जख्म अभी भरे नहीं है और बरसात फिर अपना रूप दिखाने लग गई। अभी कुछ समय पहले ही दधोल-भराड़ी-लदरौर सडक़ का विस्तारीकरण हुआ है लेकिन सडक़ निर्माण कंपनी के दावे कुछ, जबकि हकीकत कुछ और बयान कर रही है। यहां जारी बयान में घंडालवीं पंचायत प्रधान सरला चौहान ने बताया कि घंडालवीं चौक के पास पहाड़ी पर एक गुग्गा मंदिर, दुर्गा माता मंदिर व साथ ही वहां रह रहे बाबा की कुटिया भी है। सडक़ निर्माण कंपनी द्वारा सडक़ निर्माण करते हुए पहाड़ी को काफी हद तक नुक्सान हुआ था और जाने वाला रास्ता पिछली बरसात में ही क्षतिग्रस्त होकर गिर गया था। उसके निर्माण को कंपनी की टीम ने दुरुस्त करने व मंदिरों को बचाने की बात कही थी। लेकिन बार-बार बोलने के वावजूद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई, जिसकी चलते ग्रामीणों में काफी रोष है।
उन्होंने कहा कि यदि बारिश इस बार भी पिछले साल की तरह होती है तो मंदिर वाली जगह पूरी तरह से सडक़ में आ जायेगी और काफी नुकसान होगा। प्रधान सरला चौहान ने बताया कि सडक़ निर्माण कंपनी, उपमंडलाधिकारी घुमारवीं, जिलाधीश बिलासपुर व स्टेट हाइवे ऑथोरिटी को इस बारे लिखित रूप से अवगत करवा दिया गया है। लेकिन कोई भी सटीक कदम इस समस्या को समाप्त करने के लिए नहीं उठाया गया। यह स्थल स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र है और अगर इसको सही नहीं किया गया तो पंचायत व स्थानीय लोगों द्वारा कंपनी पर न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। साथ ही एक बड़ा आंदोलन करने की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी। जिसके लिए पूरी तरह से प्रशासन व सडक़ निर्माण कंपनी जिम्मेवार होगी। इस विषय पर सडक़ निर्माण कंपनी अधिकारी लोवकेश मनकोटिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी वह मीटिंग में शिमला में व्यस्त हैं। कहा कि लेकिन बार-बार बोलने के वावजूद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई, यदि बारिश इस बार भी पिछले साल की तरह होती है तो मंदिर वाली जगह पूरी तरह से सडक़ में आ जायेगी और काफी नुकसान होगा।