Manipur मणिपुर : असम और नगालैंड से इम्फाल, मणिपुर की ओर जाने वाले 400 से अधिक माल लदे फंसे वाहनों ने आखिरकार रविवार को अपनी यात्रा फिर से शुरू कर दी।
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 102 पर दो स्थानों पर वाहन फंसे हुए थे। ये माल लदे ट्रक तब फंसे थे, जब एक शक्तिशाली कुकी-जो संगठन, आदिवासी एकता समिति (सीओटीयू) ने 1 जनवरी को कांगपोकपी जिले में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के विरोध में इस एनएच-102 पर लगाए गए अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी को हटा लिया था। सीओटीयू ने 5 जनवरी (रविवार) को सुबह 2 बजे से नाकाबंदी हटा ली।
सीओटीयू ने यह भी चेतावनी दी कि अगर 48 घंटे के भीतर कांगपोकपी जिले के कुकी-जो-बहुल क्षेत्रों में तैनात अतिरिक्त केंद्रीय बलों को वापस नहीं लिया गया, तो वे अपना आंदोलन तेज कर देंगे।
सीओटीयू ने यह कदम नागा पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (एनपीओ) सेनापति जिले द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 102 पर लगातार और अचानक नाकाबंदी करने से परहेज करने की अपील के जवाब में उठाया है। एनपीओ ने एक बयान में कहा कि सीओटीयू द्वारा अपनाए गए किसी भी उपाय से सेनापति जिले में नागाओं की भलाई को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। इस बीच, ऑल मणिपुर रोड ट्रांसपोर्ट ड्राइवर्स एंड मोटर वर्कर्स यूनियन ने एक बयान में कहा कि फंसे हुए कई ट्रक आलू, प्याज, मछली, अंडे और अन्य खाद्य पदार्थों से भरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर नाकाबंदी कुछ और दिनों तक जारी रही तो इन खराब होने वाली वस्तुओं के क्षतिग्रस्त होने का खतरा है।