Coorg School के छात्रों के भविष्य पर लटकी तलवार

Update: 2024-07-17 11:12 GMT
Nauharadhar. नौहराधार। शिक्षकों के अभाव में सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र में शिक्षा का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। क्षेत्र के सैकड़ों बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता जा रहा है। गिरिपार क्षेत्र में अनेकों पाठशालाएं ऐसी हैं जहां शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोरग में चार पंचायतों के 300 से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस पाठशाला में शिक्षकों के नौ पदों समेत कुल 12 पद खाली पड़े हैं। जिस पाठशाला में दर्जन भर पद खाली पड़े हों वहां पर पढ़ाई का माहौल कैसा हो सकता है इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। कोरग स्कूल में फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलाजी, इंफॉर्मेशन प्रेक्टिस, पॉलिटिकल साइंस, जियोग्राफी व हिंदी विषय के प्रवक्ताओं के सात पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा टीजीटी मेडिकल, टीजीटी नॉन
मेडिकल के पद भी खाली पड़े हैं।

लिपिक, सीनियर असिस्टेंट व सुप्रीटेंडेंट के पद भी लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। बता दें कि टीजीटी मेडिकल का पद 10 अगस्त, 2009 से, फिजिक्स प्रवक्ता का पद नौ मार्च, 2014 से, प्रवक्ता केमेस्ट्री का पद सितंबर, 2018 से, टीजीटी नॉन मेडिकल का पद 20 जून, 2018 से खाली चल रहे हैं। इसके अलावा प्रवक्ता बायोलॉजी का पद 24 सितंबर, 2022 से, प्रवक्ता पॉलिटिकल साइंस का पद अक्तूबर, 2023 से, प्रवक्ता जियोग्राफी का पद चार सितंबर, 2023 से व पीजीटी हिंदी का पद 18 नवंबर, 2023 से खाली पड़ा है। नॉन टीचिंग स्टाफ में सीनियर असिस्टेंट का पद नौ फरवरी, 2024 से व लिपिक का पद 2021 से खाली चल रहा है। पाठशाला में सुप्रिटेंडेंट का पद 2007 से खाली पड़ा है। उधर, एसएमसी अध्यक्ष ब्रह्मनंद शर्मा ने बताया कि पाठशाला में शिक्षकों व गैर शिक्षक स्टाफ के 12 पद खाली हैं। वहीं 300 से अधिक बच्चों का भविष्य खतरे में है। बता दें कि एसएमसी और पंचायत की ओर से शिक्षा मंत्री को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें सरकार से पाठशाला में खाली पड़े पदों को जल्द भरने की मांग की गई है।
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