वो समझे गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं होगा, फिर 5 बच्चों को लेकर आई ये खबर, एक डरा नहीं
लाश को बाद में गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला जा सका।
मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में खेल-खेल में पांच बच्चे चंपारण तटबंध के अंदर नदी के कटाव वाले खेत में बने गड्ढ़े में कूद गए। उन्हें लगा कि गड्ढा ज्यादा गहरा नहीं होगा, लेकिन इनके साथ दुर्घटना हो गई। इस हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई। मौतों की संख्या और भी बढ़ सकती थी, लेकिन इनमें से एक बच्चा तैरना जानता था। इसलिए उसने बाकी के तीन बच्चों को बचा लिया। मगर इसी बीच वह चौथे बच्चे को बचाने में नाकामयाब रहा और उस मासूम को अपनी जान गवानी पड़ी। बच्चा गड्ढे में ही डूब गया था। उसकी लाश को बाद में गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला जा सका। यह घटना मोतिहारी के थाना क्षेत्र की डुमरिया पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव बदुराहां की है।
घटना के संबंध में बताया जाता है की सभी बच्चे आम के बागान में गए हुए थे। वहां से सभी बच्चे चंपारण तटबंध और छरकी तटबंध के अंदर नदी के कटाव लिए हुए खेत में खेलने के लिए दौड़ते हुए जा रहे थे। उन्हें समझ आया कि पानी कम होगा। मगर वह गड्ढ़ा काफी गहरा था। सभी बच्चे पानी में समाते चले गए। घटना में एक किशोर राहुल कुमार था, वह भी डूब रहा था। उसने किसी तरह हिम्मत कर के उसने एक-एक कर के तीन अन्य बच्चों को बचा लिया। लेकिन एक बच्चे को वह नहीं बचा सका। मृत बच्चे का नाम कुणाल कुमार (08) है जो डुमरिया पंचायत निवासी बिट्टू शर्मा का पुत्र बताया गया है।
राहुल बदुराहां गांव के ही भागीरथ राय का पुत्र है। उसने अपने छोटे भाई पंकज (08)और बहन निमता उर्फ मेजुली (07) और मृत बच्चे कुणाल की रिश्ते में फुआ लगने वाली सुगांती (07) को किसी तरह बचा लिया। मगर कुणाल को नहीं बचा सका। वही घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की सहायता से बच्चे के शव को पानी से बाहर निकलवाया। शव को देखते ही परिजनों समेत गांव में चीख पुकार मच गयी। सभी लोग रोने चिल्लाने लगे। गांव मातमी सन्नाटा पसर गया। थानाध्यक्ष ध्रुवनारायण ने बताया की शव को अंत्यपरीक्षण को मोतिहारी सदर अस्पताल भेज दिया गया है।