इस गांव में एक हफ्ते में 22 लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत, जान बचाने के लिए ग्रामीण कर रहे ये काम
पिछले सात दिनों में हरियाणा के रोहतक जिले के टिटोली गांव में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है
पिछले सात दिनों में हरियाणा के रोहतक जिले के टिटोली गांव में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि सभी मृतकों को बुखार था, जिसके चलते स्थानीय निवासी डर के साए में जी रहे हैं. ग्रामीणों को शक है कि सभी लोगों की मौत कोरोना से मौत हुई है. यह गांव जींद रोड पर है. रोहतक शहर से बमुश्किल 10 किमी दूर है और गांव 3,000 से अधिक मतदाता हैं.
गांव के सरपंच परमिला के प्रतिनिधि सुरेश कुमार ने कहा, 'पिछले एक सप्ताह में इतने सारे निवासियों की मृत्यु के बाद व्यस्त गांव की गलियां सुनसान हो गई हैं. पांच दिन पहले गांव के श्मशान में 11 चिताएं जलाई गई थीं. हमने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा.' उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर मरने वालों के परिवार के सदस्यों ने कहा कि मृतक को दो दिनों से बुखार था और उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई. पिछले सात दिनों में हुई लगभग सभी मौतों के लक्षण समान थे. उन्होंने कहा कि मृतकों में से कम से कम सात लोग 40 साल से कम उम्र के थे.
कई ग्रामीणों ने हवन भी करवाया
इस संबंध में गांव ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी, जिसके बाद मृतक के परिजनों के सैंपल लिए गए. सुरेश कुमार ने कहा, "गांव में और मौतें न हों इसके लिए कई ग्रामीणों हवन भी करवा रहे हैं." हालांकि, टिटोली गांव के एक दूधवाले जगदीश कुमार ने दावा किया कि पिछले सात दिनों में हुई मौतों की वास्तविक संख्या गांव के सरपंच के प्रतिनिधि के दावे से दोगुनी है. इतने लोगों की जान जाने के बावजूद भी जिला स्वास्थ्य विभाग की उपस्थिति जमीन पर नगण्य दिखाई दी है.
टिटोली के ग्रामीणों ने गुरुवार को श्मशान में 11 चिताएं जलाईं थीं. लोगों से अपील की गई है कि वे एकसाथ बैठकर हुक्का न पिएं और न ही ताश खेंलें. उन्होंने कहा कि कुछ घंटों के लिए डॉक्टरों की एक टीम आई, लेकिन फिर गायब हो गए. न ही गांव की गलियों को सैनिटाइज किया गया और न ही वायरस का पता लगाने के लिए सैंपल एकत्रित किए गए.
रहस्यमय परिस्थितियों मौतों की मिली पुलिस को सूचना
टिटोली पुलिस स्टेशन में सहायक उप-निरीक्षक सोमबीर दहिया ने कहा कि उन्हें पिछले चार से पांच दिनों में लगातार रहस्यमय परिस्थितियों में मौतों की सूचना मिल रही थी. ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि मृतक को दो दिनों से बुखार में था और उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई. दहिया ने कहा कि पुलिस गांव के मुख्य चौकियों पर गश्त कर रही है और लोगों से अपील की है कि वायरस से बचने के लिए एकसाथ बैठकर हुक्का न पिएं या न ही ताश खेलें. वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल बिड़ला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को टिटोली गांव में हुई मौतों के बारे में पता था और पूरे गांव का सर्वे किया गया है. एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर रहें हैं कि कितनी मौतें हुई हैं और उनके पीछे का क्या कारण रहा है?