ऊर्जा सचिव को ज्ञापन भेजकर कराया अवगत, ऊर्जा निगम में कार्यरत संविदा कर्मियों ने की नियमितीकरण की मांग

ऊर्जा सचिव को ज्ञापन भेजकर कराया अवगत

Update: 2022-06-10 14:07 GMT
देहरादून: ऊर्जा निगमों में कार्यरत संविदा कर्मियों ने साक्षात्कार के आधार पर नियमितीकरण करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने ऊर्जा सचिव को ज्ञापन भेजकर अपनी मांग से अवगत कराया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि ऊर्जा के तीनों निगमों में उपनल के माध्यम से कार्योजित संविदा कार्मिकों का स्टेट एंड प्रोडक्शन सर्टीफिकेशन एजेंसी में सेवा प्रदाता के माध्यम से कार्यरत कार्मिकों की भांति साक्षात्कार से संविदा या नियमितीकरण किया जाए।
एजेंसी की 47वीं बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार योग्य, कुशल एवं अनुभवी कार्मिकों को एजेंसी में स्वीकृत पद के सापेक्ष साक्षात्कार के माध्यम से संविदा पर नियोजित करने के आदेश निर्गत किए गए थे। लेकिन, ऊर्जा के तीनों निगमों में यह व्यवस्था नहीं है। कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत तीनों ऊर्जा निगमों में निदेशक मंडल, निगम हित में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। वर्षों से निगमों में कार्यरत संविदा कर्मी क्षमता और योग्यता के बावजूद नियमितीकरण से वंचित हैं। उन्होंने मांग की कि निगमों में संविदा कर्मियों को योग्यता के अनुसार नियमित किए जाने के आदेश निर्गत किए जाएं।
प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों व अस्पतालों से हटाए गए आउटसोर्स कर्मचारियों के तेवर तल्ख होने लगे हैं। उन्होंने आज से सामूहिक भूख हड़ताल का एलान किया है। बता दें, मंगलवार को दो कर्मी भूख हड़ताल पर बैठे थे। इनमें एक कर्मचारी रामनिवास की बुधवार रात तबीयत बिगडऩे पर दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। जबकि दूसरे कर्मचारी शुभम अरोड़ा ने भी जल त्याग दिया। कर्मचारी नेता संजय कोरंगा और अभिषेक कैंतुरा ने बताया कि दस जून को कैबिनेट बैठक है। सरकार से उम्मीद है कि बैठक में कर्मचारियों के हित में कोई फैसला लिया जाएगा। कहा कि सरकार की बेरुखी के कारण ही वह उग्र आंदोलन पर मजबूर हुए हैं। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, वह आंदोलन जारी रखेंगे।
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