दिव्यांगजनों की संघर्ष गाथा पर्दे पर दिखेगी

Update: 2023-08-01 09:57 GMT

वाराणसी न्यूज़: बलिया के गरीब परिवार में जन्मा मूक-बधिर अरुण.सामान्य बच्चों के साथ स्कूल में पढ़ते समय कई बार मारपीट का शिकार हुआ.अंतत कक्षा छह में उसका दाखिला अयोध्या के कनीगंज स्थित मुस्कान पुनर्वास केंद्र में हुआ.यहां से इंटर तक की पढ़ाई करते हुए अरुण ने जूडो का खेल सीखा.राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और अब लखनऊ के एक होटल में नौकरी करते हुए अपने परिवार की परवरिश कर रहा है।

यह एक सच्ची कथा है.देश-विदेश के ऐसे दर्जनों दिव्यांगों की सफलताओं के पीछे का संघर्ष बनारस के सिनेमा प्रेमी उत्तर प्रदेश में पहली बार होने वाले दिव्यांग फिल्म महोत्सव में देख सकेंगे.यह महोत्सव अरुण यादव और उसके जीवन पर बने वृत्तचित्र ‘साइलेंस’ में उसके बचपन का रोल निभाने वाले अम्बेडकर नगर के जिग्नेश जोशी जैसे सच्चे किरदारों से रू-ब-रू होने का मौका भी देगा.19 अगस्त को बरेका के सिनेमा हॉल में आठ घंटे चलने वाले दिव्यांग फिल्म महोत्सव में दो मिनट से लेकर एक घंटे तक की तीन दर्जन से अधिक लघु फिल्मों का प्रदर्शन होगा.अपने हौसले के बल पर सफलता की नई इबारत लिखने वाले करीब एक दर्जन दिव्यांग इस फिल्म महोत्सव में सम्मानित भी किए जाएंगे।

महोत्सव के संयोजक डॉ. उत्तम ओझा के अनुसार दिव्यांग फिल्म महोत्सव का आयोजन वाराणसी की जन विकास समिति, स्पेशल एबल्ड फाउंडेशन, दिल्ली के ब्रदरहुड और नीदरलैंड के लिलियाना फाउंडेशन के सहयोग से होगा.इसमें दिव्यांगों के जीवन पर बनीं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत फिल्मों का भी प्रदर्शन होगा।

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