Varanasi: ढाका में मिले प्लेग के संदिग्ध मरीज की अस्पताल में हुई मौत
"मौत के बाद गांव में दहशत"
वाराणसी: चोलापुर ब्लॉक के ग्राम ढाका में मिले प्लेग के संदिग्ध मरीज की बीएचयू अस्पताल में देर रात इलाज निधन हो गया. शव परिजनों को सौंप दिया है. परिजनों ने मणिकर्णिका घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. वहीं मौत के बाद गांव में दहशत है. लोग एक-दूसरे से मिलने से कतरा रहे हैं.
बीएचयू अस्पताल में भर्ती ढाका ग्राम के 85 वर्षीय मरीज की निजी लैब में जांच के बाद ‘येर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरिया’ की पुष्टि हुई थी. इससे महकमा में हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोबारा जांच के लिए सैंपल भेजा. रिपोर्ट आती इससे पहले ही की रात उनका निधन हो गया. संक्रामक रोग के नोडल अधिकारी डॉ. एसएस कनौजिया ने बताया कि मरीज की जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी. उन्होंने कहा कि लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है. अब तक हुई स्क्रीनिंग में किसी में भी लक्षण नहीं मिले हैं.
संक्रामक रोग के प्रोटोकॉल का पालन नहीं: प्लेग के संदिग्ध मरीज के निधन के बाद न तो पोस्टमार्टम और न ही अंतिम संस्कार में संक्रामक रोग के प्रोटोकॉल का पालन किया गया.
हाइड्रो सेफ्लस से पीड़ित थे: मृतक हाइड्रोसिफेलस (दिमाग में पानी) से पीड़ित थे. डॉक्टरों के अनुसार दिमाग में 24 घंटे में 600 मिलीलीटर पानी बनता है, लेकिन उसमें केवल 120 से 125 मिलीलीटर ही रहता है. बाकी खून के जरिए निकल जाता है. कई बार अतिरिक्त पानी दिमाग से नहीं निकल पाता है.