यूपी में मोहर्रम पर ऐसी है तैयारी, जुलूसों को लेकर सभी जिले अलर्ट, बॉक्स नुमा सुरक्षा घेरे में कर्बला तक जाएंगे ताजिए

यूपी में दसवीं मोहर्रम पर मंगलवार को निकाले जाने वाले ताजिया जुलूसों की सुरक्षा में पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है।

Update: 2022-08-09 02:42 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूपी में दसवीं मोहर्रम पर मंगलवार को निकाले जाने वाले ताजिया जुलूसों की सुरक्षा में पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट करते हुए सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न होने देने की हिदायत दी है। सभी ताजिया जुलूसों को बॉक्स नुमा सुरक्षा घेरे में कर्बला तक ले जाया जाएगा।

सुरक्षा प्रबंधों के लिए डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को 152 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय बल मुहैया कराए हैं। संवेदनशीलता की वजह से लखनऊ कमिश्नरेट को 12 एएसपी, 34 डीएसपी, 40 इंस्पेक्टर, 175 सब इंस्पेक्टर, 10 महिला सब इंस्पेक्टर, 600 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल तथा 150 ट्रेनी कांस्टेबल अलग से दिए गए हैं। प्रदेश में इस बार 89035 ताजियों की स्थापना की गई है। मोहर्रम की दसवीं तारीख यौम-ए-आशूरा को ताजियों को ताजियों को कर्बला ले जाकर दफनाता जाएगा। दो वर्षों बाद जुलूस निकाले जाने के कारण अतिरिक्त सतर्कता बतरने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 व 2021 में कोविड प्रोटोकाल के चलते मोहर्रम के जुलूस नहीं निकाले जा सके थे।
नई परंपरा शुरू करने की अनुमति नहीं
विभिन्न परंपराओं के अनुसार ताजिए 23 अगस्त तक संबंधित कर्बलाओं में दफन किए जाएंगे और कुल 34293 जुलूस निकाले जाने प्रस्तावित हैं। इसमें सबसे अधिक 36755 ताजिए गोरखपुर जोन में स्थापित हैं, जबकि सबसे अधिक 23015 जुलूस बरेली जोन में निकाले जाने प्रस्तावित हैं। डीजीपी मुख्यालय के अनुसार मस्जिदों के इमामों, धर्मगुरुओं व अंजुमनों के साथ बैठकें करके शासन के इस निर्देश से अवगत करा दिया गया है कि कोई नई परंपरा नहीं शुरू की जाएगी।
ताजिया जुलूसों की वीडियोग्राफी कराए जाने, सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय कराने तथा ड्रोन कैमरा से चेकिंग कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। मोहर्रम के जुलूसों में बाक्स फार्मेट में चारों तरफ पुलिस के जवानों की ड्यूटी रहेगी व जुलूस के आगे-पीछे राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहेंगे। जुलूस के मार्गों की सुरक्षा के लिए श्वान दल और बम निरोधक दस्ते से सघन जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। एटीएस के कमांडो भी अलर्ट पर रखे गए हैं। साथ ही सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।
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