सुभाषनगर ओवरब्रिज नहीं बना, प्रभारी मंत्री बोले- सीएम योगी से करेंगे बात
बरेली, मंडल प्रभारी मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के समक्ष उन बेघर लोगों का मामला भी गूंजा, जिनके मकानों पर पूर्व में बुलडोजर चला था। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार, सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने मामला उठाया कि कुछ माह में कई अवैध कालोनियों पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई को उचित न ठहराते हुए जनप्रतिनिधियों ने बिंदुवार अपनी बात रखते हुए कि कहा कि पुरानी कालोनियों पर बुलडोजर चलाना जनहित में नहीं है।
धर्मेंद्र कश्यप ने मकानों के नक्शे पास कराने जाने वालों के साथ उचित व्यवहार न होने की शिकायत की। उन्होंने यह भी कहा कि प्राधिकरण दिल्ली रोड पर मीरगंज तक विकास कार्य करा रहा है। बदायूं रोड पर महेशपुरा तक सीमा है। उन्होंने इस सीमा को बढ़ाकर भमोरा तक करने की बात रखी। कहा कि इससे विकास कार्य को गति मिलेगी। संतोष गंगवार ने शहर में चौराहों पर लगाई गईं रेड लाइट का मामला भी जोरशोर से उठाया। उन्होंने कहा कि महंगी लाइटों पर बजट खर्च किया गया।
कई जगहों पर रेड लाइटें आमजन की मुसीबत बन गई हैं। इससे आए दिन एंबुलेंस से लेकर अन्य वाहन फंसने से लोग परेशानी झेल रहे हैं। टाइमर नहीं होने से भी दिक्कत है। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने सुभाषनगर ओवरब्रिज का मुद्दा उठाया। कहा कि पुल अभी तक नहीं बना है। रेलवे, सेतु और नगर निगम को संयुक्त रूप से बनाना है लेकिन अधिकारी कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। बारिश में सुभाषनगर पुलिया के नीचे जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने से 30 से 35 हजार की आबादी परेशानी झेलती है।
इस पर मंत्री ने अधिकारियों से पुल निर्माण में देरी होने के बाबत जानकारी ली। इस मामले में प्रभारी मंत्री ने संतोष गंगवार से केंद्र के अफसरों से बात करने का आग्रह किया। यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला उठाएंगे। बिथरी विधायक डा राघवेंद्र शर्मा ने चौपुला ओवरब्रिज का मुद्दा उठाया कि यहां से गुजरने पर दिक्कतें हो रही हैं। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांसद-विधायकों की शिकायतों का सही तरह से निराकरण कराएं। किसी मीटिंग में सांसद और विधायक यदि नहीं आते हैं तो उनके पीआरओ को पूरी बात बताई जाए।
लापरवाह जेई-एसडीओ की रिपोर्ट बनाकर दें जनप्रतिनिधि
प्रभारी मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र के विद्युत विभाग के लापरवाह जेई और एसडीओ की रिपोर्ट बनाकर दें, ताकि उनका ट्रांसफर किया जा सके। बिजली सरकार की शेड्यूल के अनुसार सभी घरों को मिलनी चाहिए। प्रभारी मंत्री ने बिजली अधिकारियों से कहा कि एसी दफ्तर छोड़कर फील्ड में निकलें और गर्मी में लोगों की दिक्कतें समझें। सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने कहा कि संविदा कर्मियों के भरोसे बिजली व्यवस्था टिकी हुई है। तब प्रभारी मंत्री ने एससी ग्रामीण को फटकार लगाई कहा कि अगली कार कार्यों में लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
चेकिंग कर बेवजह का लोड बढ़ाकर रिपोर्ट न बनाएं अधिकारी
जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी पकड़ी जाती है तो जेई से अभियंता तक मनमाफिक लोड बढ़ा देते हैं। एक किलो वाट पर तीन किलोवाट की बिजली कैसे चोरी कर सकता है। अधिकारी चोरी के सबूत नहीं देते हैं। इस पर प्रभारी मंत्री ने गरीबों और बिना पढ़े-लिखे लोगों को बेवजह परेशान न करने की बात कही।
एमएलसी शिक्षक ने डीआईओएस की शिकायत की
एमएलसी शिक्षक हरि सिंह ढिल्लो ने डीआईओएस की शिकायत की। कहा कि इन्हें किसी काम से उन्होंने फोन किया तो डीआईओएस ने कहा कि आप यह सिफारिश नहीं कर सकते हैं। तत्काल प्रभारी मंत्री ने डीआईओएस को खड़ा करा दिया। इसके बाद डीआईओएस बैठक में खड़े रहे जब तक हरि सिंह ढिल्लो ने अपनी बात कही। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि आप जनप्रतिनिधि की ही नहीं सुन रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को गंभीरता से सुनकर उनका निराकरण कराने के निर्देश दिए।
एनएचएआई और लोनिवि से मांगी सड़कों की रिपोर्ट
प्रभारी मंत्री ने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में जो कार्य कराए जा रहे हैं, उन प्रोजेक्ट की रिपोर्ट के साथ प्रस्तावित सड़कों का प्रस्तुतीकरण उपलब्ध कराएं। इसके साथ लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सालभर में बनी सड़कों की रिपोर्ट तैयार करें, ताकि अगली बार आने पर रिपोर्ट देखी जा सके।
अमृत विचार।