खुलासा: शादी के दबाव पर प्रेमी ने ही घोंटा था रीना का गला

Update: 2023-02-18 13:22 GMT

आगरा न्यूज़: बमरौली कटारा के गांव इकथरा में 9 फरवरी को हुए रीना हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया. युवती का प्रेमी रवेंद्र ही हत्यारोपी निकला. युवती शादी का दबाव बना रही थी. वह उससे पीछा छुड़ाना चाहता था. पहले दिन से पुलिस को उसी पर शक था. पूछताछ में उसने पहले पुलिस को खूब घुमाया. पुलिस ने डिजिटल साक्ष्य सामने रखे तो टूट गया. पुलिस ने हत्यारोपी को जेल भेजा है.

दस फरवरी को गांव इकथरा निवासी बृजेश कुमार ने बमरौली कटारा थाने पहुंचकर सूचना दी थी कि उसकी 19 वर्षीय बहन रीना नौ फरवरी की दोपहर से लापता है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा लिखा था. कुछ घंटे बाद ही रीना का शव घर से 500 मीटर दूर सरसों के खेत में मिला था. उसके गले में दुपट्टे का फंदा था. घटनास्थल के पास ही रीना की चप्पलें पड़ी हुईं थीं.

शादी नहीं करना चाहता था आरोपी

पुलिस ने डिजिटल साक्ष्य रवेंद्र के सामने रखे. उससे कहा कि वह फंस चुका है. झूठ नहीं बोले. इससे वह टूट गया. उसने पुलिस को बताया कि रीना उस पर शादी का दबाव बना रही थी. वह उससे शादी नहीं करना चाहता था. उसने योजना के तहत उसे खेत में बुलाया. उससे साफ कह दिया कि उससे शादी नहीं करेगा. वह उससे झगड़ा करने लगी. दोनों मारपीट करने लगे. उसका गला पकड़ लिया. गुस्से में उसने गला घोंट दिया.

पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया था युवती का मोबाइल

हत्यारोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बाइक से आया था. हत्या के बाद सीधे अपने घर गया था. गांव में उसने एक गड्ढे में रीना का मोबाइल फेंक दिया था. उसमें पानी भरा था. पुलिस ने पंप सेट लगाकर गड्ढे का पानी खाली कराया. रीना का मोबाइल उसमें मिल गया.

घरवालों ने भी रवेंद्र पर शक जाहिर किया था

डीसीपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा ने बताया कि खुलासे के लिए सर्विलांस और थाना पुलिस को लगाया गया. छानबीन में पता चला कि रीना की अपनी चचेरी बहन के देवर रवेंद्र उर्फ गुटई (सिकरारा, फतेहाबाद) से दोस्ती थी. घरवालों ने भी रवेंद्र पर शक जाहिर किया था. पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. उससे पूछताछ की गई तो वह अपने बेगुनाह होने के साक्ष्य देने लगा. छानबीन में खुलासा हुआ कि दोनों के बीच चार साल पुरानी दोस्ती थी. रीना उससे शादी करना चाहती थी. रवेंद्र ने पिछले दिनों से रीना को एक नया मोबाइल और सिमकार्ड खरीदकर लिया था. रीना के इस नंबर की जानकारी किसी और के पास नहीं थी. वह उस नंबर से सिर्फ रविंद्र से बातचीत किया करती थी. आखिरी बार नौ फरवरी की सुबह तीन बजे रवेंद्र से बातचीत हुई थी. नौ फरवरी की दोपहर रवेंद्र की लोकेशन उसी सरसों के खेत में थी जहां रीना का शव मिला था.

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