गोंडा। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने मणिपुर की घटना को बहुत निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस घटना को संज्ञान में लिया है।
गोंडा में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में सांसद बृजभूषण ने कहा कि भारत के एक प्रांत में ऐसी घटना का होना दुखद है। आपने प्रधानमंत्री का वक्तव्य सुना होगा। फिर भी घटना घट चुकी है और घटना निंदनीय है।
इसके पहले उन्होंने धरना देने वाले पहलवानों पर एक बार फिर हमला बोला और कविता सुनाते हुए कहा, "नगर-नगर बदनाम हो गए मेरे आंसू, मैं उनका हो गया जिनका पहरेदार नहीं था। पद, लोभी, आलोचक कैसे करते दर्द पुरस्कृत मेरा, मैंने जो कुछ पाया उसमें करुणा था सिंगार नहीं था।"
उन्होंने कहा, "मैं कमजोर की तरफ हो गया था, यह शायद मेरा स्वभाव भी है और यह मेरा स्वभाव ही नहीं मेरे देश का भी स्वभाव है कि किसी कमजोर के साथ अत्याचार होता है तो देश खड़ा होता है। आज वह चीजें स्पष्ट हो रही हैं। मैं खुलकर नहीं बोल सकता हूं। जो चीजें मैंने शुरू में व्यक्त की थी। आज वह चीजें दिखाई पड़ रही हैं और सबको दिखाई पड़ रही हैं।"
बृजभूषण ने बंगाल के खिलाड़ियों के रोते हुए वीडियो जारी करने के सवाल पर कहा, "मैंने शुरू में ही कहा था कि जो कुछ मेरे खिलाफ चल रहा है वो असल में पॉलिसी को लेकर संघर्ष चल रहा है। उस समय मेरी बातें शायद सच नहीं लग रही थीं, लेकिन इस समय जो खिलाड़ियों के वीडियो आ रहे हैं विशेष तौर पर प्रभावित होने वाले खिलाड़ियों के वीडियो। आज वह खिलाड़ी जो धरने पर बैठे थे, उनके बयान आ रहे हैं। कोर्ट तक जा रहे हैं तो आप सोच सकते हैं, इनकी असली पीड़ा क्या थी। वह आज देश के सामने आ गया है।"
सांसद ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, "आप लोग अपना काम करते रहिए। महीने से दुनिया मुझको क्या कह रही थी, लेकिन मैंने पलटकर पीछे नहीं देखा और मैंने अपना काम बंद नहीं किया।"