पीएम मोदी यूपी के DGP कॉन्फ्रेंस में हुए शामिल, मुख्यालय में ही करेंगे लंच और डिनर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में चल रही डीजीपी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं।

Update: 2021-11-20 07:23 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में चल रही डीजीपी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं। डीजीपी कॉन्फ्रेंस देर शाम तक चलेगी। प्रधानमंत्री लंच और डिनर डीजीपी मुख्यालय में ही करेंगे। प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री और दोनों गृह राज्य मंत्री कॉन्फ्रेंस में मौजूद हैं। पीएम मोदी रविवार को सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

इससे पहले, डीजीपी कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने स्वागत किया। पीएम मोदी एयरपोर्ट से रात्रि विश्राम के लिए सीधे राजभवन पहुंचे। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। मोदी ने राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पुलिसिंग को नहीं होना चाहिए राजनीति का शिकार: शाह
शुक्रवार को देशभर के पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों व पुलिस संगठनों के प्रमुखों के सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि पुलिसिंग और राजनीति अलग-अलग है। पुलिसिंग को राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए।
पुलिस को अच्छे काम का इनाम मिलना चाहिए तो गलत काम करने वालों को सजा भी मिलनी चाहिए। उन्होंने जेलों को फेल प्रूफ और फुल प्रूफ होना चाहिए। उन्होंने केंद्र व राज्यों की एजेंसियों में बेहतर तालमेल पर जोर दिया। लखनऊ में तीन दिनी 56वीं डीजीपी कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए शाह ने शुक्रवार को कहा कि साइबर क्राइम बड़ी चुनौती बनती जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा इससे निपटने के लिए राज्य पुलिस को केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिल कर काम करना होगा। उन्होंने सोशल मीडिया की निगरानी पर जोर देते हुए कहा कि ऐसी पोस्ट जो कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले होते हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाए। शाह ने कहा कि नेशनल इंटेलीजेंस ग्रिड बना है। केंद्र सरकार ने कई तरह के सेंटर बनाए हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं।
370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में 13 हजार करोड़ का आया निवेश
शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद सकारात्मक बदलाव आए हैं। आजादी के बाद से 2019 तक जितना निवेश नहीं आया था, उससे अधिक निवेश बीते दो सालों में आया है। उन्होंने कहा कि बीते दो साल में लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है। सैलानियों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। पिछले चार साल में जितने सैलानी नहीं आए, उससे अधिक इस वर्ष आए हैं। उन्होंने कहा कि जो थोड़ी बहुत घटनाओं हो रही हैं, उन्हें रोकने के लिए वहां की पुलिस और अर्ध सैनिक बलों ने काफी अच्छा काम किया है।
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