Bareilly: मांझा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद कई ठिकानों पर छापेमारी, एक गिरफ्तार
Bareilly बरेली : बाकरगंज की मांझा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत के बाद पुलिस ने शनिवार को कई इलाकों में छापे मारे। एंटी सबोटॉज ने डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम के साथ बाकरगंज के करीब 15 घरों में छानबीन की, हालांकि किसी घर में घातक मांझा या विस्फोटक पदार्थ नहीं मिला। विस्फोट में मारे गए फैक्ट्री मालिक अतीक रजा खां के घर में भी दोबारा जांच की गई। यहां से बरामद केमिकल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। घर-घर तलाशी का अभियान रविवार को भी जारी रहेगा।
एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर शनिवार दोपहर करीब 12 बजे अतीक रजा खां के घर पहुंची एंटी सबोटॉज टीम ने डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम ने पूरे मकान की तलाशी ली। टीम को यहां कुछ केमिकल के साथ ज्वलनशील पत्थर (गंधक) मिला जिसे कब्जे में लेकर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया। घर में मांझा भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
टीम ने इसके साथ बाकरगंज के दूसरे मोहल्लों में भी चेकिंग की। हालांकि करीब 15 घरों में तलाशी लेने के बाद भी कहीं कुछ नहीं मिला। पुलिस का अनुमान है कि हादसे के बाद मांझा बनाने वालों ने मांझे के स्टॉक के साथ उसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले विस्फोट पदार्थ भी घरों से हटा दिए। पुलिस के मुताबिक रविवार को भी चेकिंग जारी रहेगी।
पुलिस के मुताबिक किला में भी तमाम घरों में मांझा बनाए जाने की सूचनाएं हैं। थाना प्रभारी राजेश कुमार के मुताबिक घरों की तलाशी के लिए दो टीमें बनाई गई हैं जो रविवार को घरों और फैक्ट्रियों की जांच करेंगी। कारीगरों और मांझा निर्माताओं को चेतावनी भी दी जाएगी कि वे मांझा बनाने के लिए विस्फोटक सामग्री का प्रयोग न करें।
बता दें कि बाकरगंज में शुक्रवार सुबह अतीक रजा की मांझा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था। इस हादसे में अतीक के साथ उनके कारीगर फैजान और सरताज की भी मौत हो गई थी। विस्फोट तब हुआ जब मांझे पर चढ़ाने के लिए गंधक-पोटाश के साथ शीशा और स्टील पाउडर की लुगदी तैयार की जा रही थी।
विस्फोटक पदार्थों के गैरकानूनी इस्तेमाल पर अतीक, फैजान और सरताज पर रिपोर्ट
विस्फोट में मारे गए मांझा फैक्ट्री मालिक अतीक रजा खां, कारीगर फैजान और सरताज के खिलाफ बाकरगंज पुलिस चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार ने थाना किला में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार अतीक रजा के घर में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का स्टॉक रखा गया था।
पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला है कि अतीक रजा के घर में मांझे का निर्माण भी अवैध रूप से हो रहा था। उनके पास मांझा बनाने का लाइसेंस नहीं था। मांझा बनाने में विस्फोटक सामग्री का भी प्रयोग गैरकानूनी ढंग से किया जा रहा था। उधर, अतीक, सरताज और फैजान के शवों का शुक्रवार शाम ही पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की मौजूदगी में बाकरगंज कब्रिस्तान में तीनों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। अतीक रजा अपने घर में अकेले कमाने वाले थे।
शहर भर से गायब हुआ मांझा
शहर में बाकरगंज, किला, स्वालेनगर समेत कई इलाकों में डेढ़ सौ से ज्यादा ठिकानों पर मांझा बनाया जाता है लेकिन हादसे के बाद पूरे शहर में मांझा गायब हो गया। मांझे की दुकानें भी शनिवार को बंद रहीं या वहां से मांझा हटा दिया गया। पुलिस ने शक जताया है कि मांझा कारोबारियों ने छापों के डर से गैरकानूनी ढंग से तैयार कराया गया मांझा कहीं और भिजवा दिया है।
एसएसपी ने पूरे जिले में दिए चेकिंग के निर्देश
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जिले भर में मांझा कारोबारियों और कारीगरों को जागरूक किया जाएगा कि वे लोग मांझा बनाने में ऐसा कोई केमिकल प्रयोग न करें जिससे किसी की जान जोखिम में पड़े। इसके साथ सभी थाना प्रभारियों को अपने थाना क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने और चेकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। कहीं भी विस्फोटक सामग्री बरामद होने पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा गया है।
ठिरिया से प्रतिबंधित चाइनीज मांझा बरामद
कैंट, अमृत विचार : नकटिया चौकी इंचार्ज मोहित चौधरी ने शनिवार को ठिरिया निजावत खां में नाइयों की पुलिया के पास एक गोदाम में छापा मारकर चाइनीज मांझे की पांच चरखी, 101 लच्छियां और 282 प्लास्टिक धागे की रील बरामद की हैं। गोदाम मालिक राजीव को भी गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।