Phoolbehar : हाईवे पर दो बाइक भिड़ी, तीन की मौत

Update: 2024-06-10 13:22 GMT
Phoolbehar फूलबेहड़ : फूलबेहड़ (लखीमपुर खीरी) लखीमपुर-पलिया हाईवे पर फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के जहानपुर चौराहे के पास शनिवार की रात दो बाइकों की भिड़ंत में जीजा-साले समेत तीन लोगों की मौत हो गई। किसी ने हेलमेट नहीं पहना था। आमने-सामने की टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। काफी देर तक सड़क पर जाम लगा रहा।
शनिवार रात करीब नौ बजे फरधान थाना क्षेत्र के अग्गर बुजुर्ग गांव निवासी अभिषेक कुमार
(24) पुत्र रामनरेश अपने बहनोई अवधेश कुमार (32) निवासी धिम्मापुर चौकी रेहरिया थाना मोहम्मदी के साथ रिश्तेदारी में गए थे। दोनों बाइक से घर लौट रहे थे। जहानपुर चौराहे के पास उनकी बाइक सामने से आ रही तेज रफ्तार बाइक से टकरा गई।
भीषण टक्कर में अभिषेक और उसके जीजा के साथ दूसरी बाइक पर सवार थाना पढ़ुआ क्षेत्र के कृष्णानगर कॉलोनी निवासी अखिलेश मंडल (19) पुत्र दुलाक भी बुरी तरह से घायल हो गए। राहगीरों ने डायल 112 पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। पुलिस ने एंबुलेंस से तीनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भिजवाया। जहां इलाज के दौरान देर रात तीनों लोगों की मौत हो गई।
फूलबेहड़ कार्यवाहक प्रभारी श्रवण कुमार यादव ने बताया कि दोनों बाइकों पर सवार किसी व्यक्ति ने हेलमेट नहीं लगाया था। तीनों के सिर में गंभीर चोटें आई थीं।
भीरा पुलिस सीपीआर देकर जान बचाने की करती रही कोशिश
फूलबेहड़। हादसे का एक वीडियो वायरल हो रहा है, इसमें पुलिस घायलों को सीपीआर देकर उनकी जान बचाने की कोशिश कर रही है।
जहानपुर चौराहे के पास सड़क हादसे के बाद दोनों बाइकों के सवार हाईवे पर बेसुध पड़े थे। इसी दौरान भीरा थाने की डायल 112 पुलिस निकल रही थी। हाईवे पर तीन लोगों को तड़पते हुए देख पुलिस कर्मी रुक गए। घायलों की सांसें थम रही थीं। ये देखते हुए पुलिस कर्मियों ने सीपीआर देना शुरू कर दिया। करीब 10 मिनट तक सीपीआर देने के बाद घायलों की सांसें चलना शुरू हो गईं। उसके बाद फूलबेहड़ थाने की चौकी सुंदरवल पुलिस, डायल 112 और एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया था। पुलिस कर्मियों के सीपीआर देकर घायलों की जान बचाने की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पांच दिन पहले मजदूरी कर बाहर से आया था अभिषेक
फरधान क्षेत्र के अग्गर बुजुर्ग गांव निवासी अभिषेक कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था। दो भाइयों की शादी हो चुकी है। पिता के पास खेती के लिए जमीन न के बराबर है। वह पांच दिन पहले ही बाहर से मजदूरी करके घर आया था। घर आने के बाद बहन -बहनोई को घर बुलाया था। बहन और बहनोई अवधेश अपने दोनों बच्चों के साथ ससुराल शुक्रवार शाम आए थे। शनिवार सुबह साले बहनोई बाइक से कई जगह रिश्तेदारी में घूमने निकले थे। वापस आते समय हादसे का शिकार हो गए।
हेलमेट पहने होते तो शायद बच सकती थी जान
भीषण टक्कर के बाद दोनों बाइकों पर सवार लोगों ने हेलमेट नहीं पहना था। यदि चालक हेलमेट पहने हुए होते तो शायद सड़क पर गिरने के दौरान गंभीर चोटें नहीं आती और जान भी बच सकती थी। हेलमेट नहीं पहने होने के कारण सड़क पर गिरते ही सिर फट गए थे। दुर्घटना देखकर मौके पर रुके लोग भी यही चर्चा करते दिखे कि अगर हेलमेट होता, तो शायद इतना भयानक हादसा न होता।
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