अब पुलिस उठाएगी 14 साल की कशिश के पढ़ने का खर्च, पूरी स्टोरी है खास

Update: 2022-04-17 09:56 GMT

नोएडा: सच है कि हिम्मत और साहस की कोई उम्र नहीं होती. एक 14 साल की बच्ची के हौसले की कहानी आप सुनेंगे तो हैरान हो जाएंगे. वो जिस परिस्थिति में थी उसकी जगह कोई और होता तो शायद इतना साहसिक कदम कभी नहीं उठा पाता लेकिन 14 साल की कशिश ने जो किया अब उसके लिए पुलिस भी उसे सम्मानित कर रही है.

दरअसल कशिश की वजह से एक ढाई साल का मासूम आयर्न गुम होने के 8 घंटे बाद अपने माता-पिता के पास सुरक्षित पहुंच गया है. आर्यन एक बार फिर अपनी मां की गोद में जाकर खिलखिला उठा. ढाई साल का आर्यन अपने पिता धर्मेंद्र और मां काजल के साथ नोएडा के गिझौड़ गांव में रहता है.
13 अप्रैल की रात लगभग 8.30 बजे आर्यन खेलते-खेलते घर से बाहर आ गया और फिर थोड़ी दूर निकल गया. परिवार के साथ रहने वाला एक लड़का घर से बाहर निकला था जिसके पीछे-पीछे आर्यन चल पड़ा लेकिन आगे जाकर वह भटक गया. इसी बीच एक अफवाह उड़ी जिसने पुलिस का काम और मुश्किल कर दिया.
किसी ने ये अफवाह उड़ा दी कि आर्यन को एक महिला उठाकर ले गई. इसके बाद मासूम के मां-बाप और ज्यादा परेशान हो गए लेकिन फिर पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला जिसमें उन्हें कशिश आर्यन से बात करते हुए दिखाई दे रही थी.
सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि आर्यन के आसपास बहुत सारे लोग आते-जाते हैं लेकिन कोई भी रुक कर बच्चे की तरफ नहीं जाता. कशिश अपनी मां के साथ उस रास्ते से निकलती है और फिर इंतजार करती है कि आखिर यह बच्चा किस तरफ जा रहा, लेकिन जल्द ही वह समझ जाती है कि बच्चा रास्ता भटक गया है.
कशिश ने तुरंत बच्चे को संभाला और उसे लेकर घर आ गई. जब उससे पूछा गया कि उसे अनजान बच्चे को घर लाते हुए डर नहीं लगा तो उसने कहा कि मैं कोई गलत काम नहीं कर रही थी तो भला डर कैसा.
ढाई साल का आर्यन रात 8:30 बजे अपने घर से गायब हुआ था. कशिश ने आर्यन को अपने घर ले जाकर आसपास के मोहल्लों में लोगों से पूछा भी कि कहीं किसी का बच्चा तो नहीं खोया.
जब कोई जानकारी नहीं मिली तो कशिश वापस घर आई और बच्चे का ख्याल रखने लगी. बच्चे को दूध बिस्किट खिलाया, पानी पिलाया और फिर उसे आराम से सुला दिया. अब कशिश के इस शानदार काम की हर कोई तारीफ कर रहा है.
कशिश की मां बताती हैं कि कशिश इससे पहले एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती थी लेकिन कोविड में स्कूल बंद हुआ और फिर से खुलने पर 12 हजार रुपये फीस मांगी गई. इतने पैसे उसके माता-पिता के पास नहीं थे जिसके बाद उन्होंने कशिश का एडमिशन सरकारी स्कूल में करवा दिया.
हालांकि अब कशिश की हिम्मत से खुश होकर नोएडा पुलिस ने उसकी पढ़ाई की जिम्मेदारी ली है. एसीपी रजनीश वर्मा ने कहा कि बच्ची की अच्छी पढ़ाई- लिखाई का इंतजाम किया जाएगा. साथ ही कशिश के पिता की भी आर्थिक मदद की जाएगी.


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