मुरादाबाद : पूर्वी हवाओं ने मंगलवार को गर्मी से मामूली राहत दी। आठ दिन बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में मौसम साफ रहने का अनुमान व्यक्त किया है। पिछले सप्ताह गर्मी ने शहरवासियों को बेहाल कर दिया था। पिछले मंगलवार को तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इसके बाद से दिन प्रतिदिन तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी। अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त था। मंगलवार को भी सुबह से ही मौसम साफ था। समय के साथ धूप तेज होती जा रही थी। हालांकि पूर्वी हवाओं की वजह से तपिश से मामूली राहत हुई।
पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में 3.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह वातावरण में नमी 55 फीसदी थी, जो शाम को 40 फीसदी दर्ज की गई।
पूरब दिशा से पश्चिम दिशा में हवा की गति पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटा रही। मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 0.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई है।
इसकी वजह से जो हवा मैदानी क्षेत्रों में गई है, उसकी वजह से तापमान में गिरावट आई है। एक-दो दिन पर्वतीय क्षेत्रों में यह बूंदाबांदी अभी रहेगी। मैदानी क्षेत्रों में 27 मई तक बारिश का कोई अनुमान नहीं है। इससे बाद यह तापमान फिर बढ़ेगा।
डीएम ने स्कूलों में घोषित किया ग्रीष्मावकाश
गर्मी और लू को ध्यान में रखते हुए डीएम मानवेंद्र सिंह ने 21 मई से ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया है। इस मामले में यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई,माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद एवं बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित सभी विद्यालयों में अवकाश रहेगा। इस बीच शासन की तरफ से निर्धारित कार्य पहले जैसे होंगे।
कोल्ड रूम में भर्ती करने पड़ रहे डायरिया के मरीज
मुरादाबाद जिला अस्पताल में लू लगने पर मरीजों के उपचार के लिए कोल्ड रूम तैयार किए गए थे। फिलहाल लू के मरीज तो नहीं आए हैं लेकिन बुखार व डायरिया बढ़ने से एक कोल्ड रूम खोलना पड़ा। छह बेड पर मरीजों को भर्ती किया गया है। जबकि दूसरा कोल्ड रूम लू वाले मरीजों के लिए आरक्षित रखा गया है।
इसमें सात बेड के अलावा कूलर व एसी की व्यवस्था भी है। गर्मी के कारण बुखार व डायरिया के मरीजों का आंकड़ा 100 के पार है। हर दिन ओपीडी में 1000 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। इनमें से 300 बाल रोग विशेषज्ञ व फिजिशियन के पास जाते हैं। इमरजेंसी के आंकड़े की बात करें तो हर दिन 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हो रहे हैं।
इस कारण 320 बेड का अस्पताल फुल चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि भीषण गर्मी में खानपान का ध्यान रखकर व थोड़ी सावधानी बरतकर बीमारी से बचा जा सकता है। जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. रामकिशोर ने बताया कि खूब पानी पीएं, दोपहर में घर से बाहर निकलने से बचें।
नारियल पानी, सत्तू व बेल के शरबत का सेवन करें। बाहर का खाना न खाएंं। बाहर से आकर अचानक ऐसी में न बैठे, ठंडा पानी न पीएं। बीपी व शुगर के मरीज गर्मी में बाहर न निकलें। मसालेदार खाना न खाएं और बहुत अधिक श्रम करने से बचें। पानी में नींबू, चीनी व काला नमक मिलाकर पीएं।