Meerut: आयकर विभाग ने अरिहंत प्रकाशन के मेरठ-नोएडा समेत दर्जनों ठिकानों पर छापेमारी की

"बैंक खातों के साथ लॉकर और अन्य दस्तावेज भी जांचे"

Update: 2024-12-21 10:25 GMT

मेरठ: देश के शीर्ष पांच प्रकाशकों में शामिल अरिहंत प्रकाशन के ठिकानों पर आयकर विभाग द्वारा शुक्रवार को भी छापामार कार्रवाई जारी रही जिसमें अरबों रुपये की संपत्ति मिलने की सूचना है। दिल्ली, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर सहित शहर में विभिन्न स्थानों पर खरीदी गई जमीन के दस्तावेजों को जुटाने के साथ कैश, आभूषण आदि की भी जांच की गई। बैंक खातों के साथ लॉकर और अन्य दस्तावेज भी जांचे। दिल्ली और यूपी की 22 टीम के 300 अधिकारियों ने सर्च अभियान चलाया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को आयकर विभाग ने एक व्यापक अभियान के तहत प्रकाशक मालिक योगेश चंद जैन एवं चार्टर्ड एकाउंटेंट संजय रस्तोगी और अन्य सहयोगियों के दिल्ली, मेरठ, नोएडा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में स्थित 14 प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापे मारे।

दिल्ली, गाजियाबाद और उत्तराखंड के 150 अधिकारियों की मौजूदगी में यह अभियान सुबह 8 बजे शुरू हुआ। अरिहंत प्रकाशन के मालिक योगेश चंद जैन, उनके बेटों दिपेश जैन, रितेश जैन और प्रवेश जैन और अन्य सहयोगियों के आवासों और कार्यालयों की तलाशी ली गई। इनमें जैन का साकेत स्थित आवास, टीपी नगर कार्यालय और परतापुर बाईपास स्थित प्रिंटिंग प्रेस शामिल हैं।

कई राज्यों में पेपर और चीनी मिलों के मालिक संजय रस्तोगी से मेरठ के सरधना पेपर मिल में पूछताछ की गई । उनके भाई मुकुल रस्तोगी के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास और दामाद रवि के वेस्टर्न कचहरी रोड स्थित घर की भी तलाशी ली गई। भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी।

आयकर विभाग अरिहंत प्रकाशन और रस्तोगी द्वारा किए गए भूमि लेनदेन की जांच कर रहा है, जिसमें भूमि डीलर मनोज सिंघल और आर्किटेक्ट असित गुप्ता भी शामिल हैं। टीम ने श्री गुप्ता के कचहरी रोड स्थित आवास और श्री सिंघल के टीपी नगर स्थित कार्यालय पर भी छापा मारा।

अधिकारियों ने छापेमारी के लिए 70 वाहनों को लगाया था जो तड़के चार बजे गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर के एक फार्म हाउस में एकत्र होने के बाद शुरू हुआ। यह कार्रवाई अरिहंत प्रकाशन और रस्तोगी के उपक्रमों के कारोबार और भूमि सौदों से जुड़ी कथित कर अनियमितताओं को देखते हुए की गई है।

नोएडा सेक्टर-67 स्थित बी 121 फैक्ट्री पर भी तीन दिन से आयकर की सर्च जारी है। विभिन्न दस्तावेजों को कब्जे में लेकर टीम जांच कर रही है। नोएडा की इस यूनिट में गेट-नेट समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की कंपोजिंग

का कार्य होता है। कार्रवाई में नोएडा की 33 टीम के 200 अधिकारी व कर्मचारी शामिल है। दादरी के राम वाटिका में कंपनी के कर्मचारी के घर भी दो दिन तक सर्च चला है। प्रकाशक एनसीईआरटी सोल्यूशन, एनडीए, पुलिस भर्ती, आईपीएस, यूपीएससी, आईपीएस एग्जाम के लिए किताबों का प्रकाशन करता है। चार दशक से ज्यादा समय से वह कारोबार में जुड़ा है, चित्रा की किताबाें के प्रकाशन के बाद प्रकाशक चर्चा में आया था।

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