Meerut: डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट करने में पांच गिरफ्तार
जालसाजों ने 178 बैंक खातों में भेजी रकम
मेरठ: एसटीएफ ने अलीगंज में डॉ. अशोक सोलंकी को डिजीटल अरेस्ट कर 48 लाख रुपये हड़पने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच आरोपितों को हरियाणा में गिरफ्तार कर लिया. इन युवकों ने बीटेक, बीबीए कर रखा है. इनमें दो आरोपितों को बाकायदा कम्बोडिया में ट्रेनिंग दी गई थी, कैसे भारत के लोगों को डिजीटल अरेस्ट कर रुपये वसूलने हैं. इनके पूरे देश में एजेन्ट फैले हुए हैं.
एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक पकड़े गए लोगों में सरगना अलवर, बानसूर निवासी पंकज सुरेला (बीएससी), जालौन ऐट निवासी सागर सिंह (बीटेक), झांसी के सीपरी बाजार निवासी सनी वर्मा (बीबीए), झांसी के प्रेमनगर निवासी अंशुल माहौर
एएसपी ने बताया कि डॉ. अशोक सोलंकी के पास 20 अगस्त को फोन आया कि उन्होंने ईरान के लिए अरमान अली को कोरियर भेजा है, उसमें चार रद्द पासपोर्ट और 420 ग्राम नशीला पदार्थ एमडीएम है. इसके बाद उन्हें सीबीआई और नारकोटिक्स अधिकारी बनकर जालसाजों ने फोन किया.
उन्हें एफआईआर और जांच के अन्य फर्जी कागजात भेजे. स्काइप के जरिए कहा कि अपना बैंक खाता चेक करिए. उसमें गलत पैसा तो नहीं आया है. जो पैसा आपके खाते में है, वह इन एकाउन्ट में तुरन्त ट्रान्सफर करने को कहा. इस तरह से उनकी 48 लाख रुपये रकम हड़प लिए गए.
आरोपी सनी वर्मा ने बताया कि दीपावली के तीसरे दिन जिस केनरा बैंक खाते में ढाई करोड रुपये की साइबर ठगी की गई थी, वह खाता उसने ही सागर को उपलब्ध कराया था. यहां पर लोगों को डिजिटली अरेस्ट कराकर बैंक खातों में ठगी कराने के लिए पहुंचे थे. उसके साथ अंशुल महौर व अभय सिंह भी आये थे. इस दौरान ही वह सब पकड़ लिए गए. इस संबंध में लखनऊ के साइबर थाने में मुकदमा दर्ज था.
जालसाजों ने 178 बैंक खातों में भेजी रकम: जालसाज पकड़े न जा सके, इसलिए ये लोग रकम कई खातों में डलवाते हैं. डॉ. अशोक के मामले में 48 लाख रुपये पहले दो बैंक खातों में जमा कराये गये. फिर उनको अलग-अलग 178 बैंक खातों में भेजा गया. इसके बाद इन्हें निकाला गया. इसमें राज कुमार सिंह, सागर सिंह, संदीप, सनी वर्मा सबकी मदद ली गई.