Lucknow: प्रदेश में 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होगी निर्बाध विद्युत आपूर्ति: योगी

बिजली विभाग को समुचित इंतजाम करने को कहा गया

Update: 2024-10-25 05:44 GMT

लखनऊ: त्योहारों के मद्देनजर पुलिस प्रशासन को चौकन्ना रहने की नसीहत देते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि 28 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच पूरे प्रदेश में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की जायेगी। इसके लिये बिजली विभाग को समुचित इंतजाम करने को कहा गया है।

श्री योगी ने यहां अपने आवास पर उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि हर्ष उल्लास के साथ पर्व-त्योहार मनाने के लिये सभी जरुरी बंदोबस्त किये जायें और अराजक तत्वों पर कड़ी निगाह रखी जाये। पर्व- त्योहारों का समय पुलिस बल को संवेदनशील और अलर्ट रहने की जरुरत है।

उन्होने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए। बाजार में भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लिया जाये। पटाखों की दुकाने और गोदाम रिहायशी क्षेत्रों से दूर होनी चाहिये और सुरक्षा के लिहाज से ऐसे संवेदनशील स्थानों पर फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम होने चाहिये।

योगी ने शरारती तत्वों को चेतावनी देते हुये कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पुलिस कठोरता से निपटेगी। नेपाल सीमा से सटे इलाकों में खुफिया नेटवर्क को और मजबूत किया जायेगा। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जायेगी जबकि सोशल मीडिया पर कड़ी निगाहबानी की जायेगी। फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

उन्होने कहा कि अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचेंगे।

बैठक में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, अपर पुलिस महानिदेशक (ज़ोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, आदि वरिष्ठ अधिकारियों मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में धनतेरस, अयोध्या दीपोत्सव, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई-दूज, देवोत्थान एकादशी, वाराणसी देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे विशेष त्योहार हैं। इसके अलावा अयोध्या में पंचकोसी, 14 कोसी परिक्रमा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान आदि मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। शांति, सुरक्षा और सुशासन के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पिछले अनुभवों से सीख लेते हुये पुलिस बल को 24 घंटे चौकन्ना रहना होगा।

उन्होने कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। यह हर्ष और उल्लास का समय है, इसमें उपद्रव स्वीकार नहीं किया जा सकता। अराजक तत्वों/उपद्रवियों को उनकी भाषा में ही जवाब देना उचित होगा।

योगी ने कहा कि सोशल मीडिया पर चौकसी बढाएं। हर जिले में ऐसी टीम होनी चाहिए जो सोशल मीडिया पर निगरानी करती रहे। यहां फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वाली अफवाह/फेक न्यूज़ प्रसारित करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

उन्होने कहा कि दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी और काली की प्रतिमा स्थापना की भी परंपरा है। प्रतिमा स्थापना कराने वाली संस्थाओं/समितियों से संवाद करें। संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए। दीपावली से पहले अलग-अलग समुदाय के धर्माचार्यों और पीस कमेटी के साथ संवाद-समन्वय बना लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनतेरस/दीपावली के अवसर पर बाजारों में चहल-पहल अधिक होगी। इस बीच सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान यह सुनिश्चित करें कि कहीं से भी व्यापारियों के उत्पीड़न की शिकायत न आए। व्यवस्था बनाने में उनका सहयोग लें और उन्हें अपेक्षित सहयोग दें।

दीपावली के लिए पटाखों की दुकानों/गोदामों का आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराएं। जहां पटाखों का क्रय/विक्रय हो, वहां फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएं। पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकान खुले स्थान पर हो। इन्हें लाइसेंस/एनओसी समय से जारी कर दिया जाए। पटाखों के अवैध भंडारण पर कठोर कार्रवाई की जाए।

उन्होने कहा कि उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को दीपावली से पहले निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध हो जाए। इसमें किसी स्तर पर विलम्ब नहीं होना चाहिए। एजेंसियों से भी समन्वय बना लें।

योगी ने कहा कि पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार करें। यह सुनिश्चित करें कि बाजार आने वाले लोग ट्रैफिक जाम में न फंसें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे।

उन्होने कहा कि छोटी सी घटना लापरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।

योगी ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव का भव्य आयोजन इस वर्ष 30 अक्टूबर को होना है। भव्य, दिव्य, नव्य श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत यह पहला दीपोत्सव है। स्वाभाविक रूप से इस बार दीपोत्सव में श्रद्धालुओं की उपस्थिति अपेक्षाकृत अधिक होगी। इसी प्रकार, 15 नवम्बर को वाराणसी में देव-दीपावली मनाई जाएगी। ऐसे में दोनों ही महत्वपूर्ण आयोजनों में सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था और अधिक अच्छी होनी चाहिए। दीपोत्सव और देव दीपावली की गरिमा के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाए।

उन्होने कहा कि छठ पर्व को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में आयोजित किया जाए। छठ महापर्व पर पूजा/अनुष्ठान के दौरान पूरे प्रदेश में स्वच्छ्ता का माहौल हो, इसके लिए नगर विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जायें। लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां/जलाशय दूषित न हों। नदी/जलाशय घाटों की साफ-सफाई करा लें और ट्रैफिक प्रबंधन भी किया जाए।

श्री योगी ने कहा कि इस अवसर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी 28 अक्टूबर से 15 नवंबर तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे अनवरत बिजली आपूर्ति हो। पॉवर कॉर्पोरेशन द्वारा इस संबंध में आवश्यक तैयारी कर ली जाए।

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