Lucknow: कार्यकारिणी की बैठक में नामांतरण शुल्क की अधिकतम सीमा 10 हजार करने का प्रस्ताव पास

अन्य कई प्रस्तावों पर भी कार्यकारिणी ने मुहर लगाई

Update: 2024-11-07 10:53 GMT

लखनऊ: नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में नामांतरण शुल्क की अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये करने का प्रस्ताव पास कर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. नगर में चल रहे ऑटो, टेम्पो व ई रिक्शा वालों को अब नगर निगम से लाइसेंस लेना होगा. नगर 33 वार्डों में अब घर-घर से कूड़ा उठाने का कार्य एक नई एजेंसी करेगी. इसके अलावा अन्य कई प्रस्तावों पर भी कार्यकारिणी ने मुहर लगाई.

मेयर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक नगर निगम मुख्यालय स्थित राजकुमार हॉल में हुई. लगभग सात घंटे तक चली इस बैठक में नगर के विकास से संबंधित तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. जनहित के लगभग समस्त प्रस्तावों पर मुहर भी लगी. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मेयर ने बताया कि अब अधिकतम 10 हजार रुपये नामांतरण शुल्क लिया जाएगा. संपत्ति की कीमत के अनुसार नामांतरण के लिए अलग-अलग स्लैब बनाया गया है. उनके अनुसार नए स्लैब से सभी को फायदा होगा.

बैठक में नगर आयुक्त इन्द्रजीत, कार्यकारिणी के सदस्य, समस्त अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियन्ता (सिविल / विद्युत), नगर स्वास्थ्य अधिकारी, तहसीलदार, समस्त अधिशासी अभियंता, जोनल अधिकारी, पशु कल्याण अधिकारी, मुख्य नगर लेखा परीक्षक, महाप्रबन्धक (जलकल), एलएसए व अन्य अफसर उपस्थित रहे.

अगले महीने तक सुधरेंगी स्ट्रीट लाइट मेयर ने बताया कि अगले महीने तक नगर की सभी स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर दिया जाएगा. बैठक में प्रस्ताव पास कर दिया गया है. नगर में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. अब खुले में कहीं पर भी सीवर का कचड़ा फेंकने पर पांच हजार रुपये तक जुर्माना लगाया जाएगा. बताया कि अभी तक जिन जोनों के वार्डों में कूड़ा उठान निजी लोग और छोटी एजेंसियां कर रही थीं, वहां यह कार्य अब नई एजेंसी को दिया गया है जो कि अगले महीने काम संभाल लेगी. 33 वार्डों को इसका फायदा होगा. मेयर ने कहा कि नगर के जिन-जिन हिस्सों में प्राइवेट लोग रिक्शा ठेलिया से कूड़ा उठाते हैं, उसे बंद किया जाएगा. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को समय दिया गया है. उसके बाद जिस भी अधिकारी के क्षेत्र में ऐसा होता नजर आया, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.मेयर ने बताया कि जोन में बनी दुकानों को अब किराए पर न देकर जोन कार्यालय के कार्यों के लिए प्रयोग किया जाएगा. नगर निगम की सड़कों को शहीद, किसी क्षेत्र में विशेष कार्य कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वालों के नाम से रखा जाएगा.

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