बाराबंकी में आसमान छू रहे हैं नींबू के दाम, डंडा लेकर रखवाली कर रहे हैं दुकानदार

देश में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने पहले ही आम जनता का तेल निकाल कर रखा है.

Update: 2022-04-12 01:39 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के बढ़ते दामों ने पहले ही आम जनता का तेल निकाल कर रखा है. वहीं भीषण गर्मी में एक मात्र सहारा माने जाने वाला नींबू (Lemon Price Hike) भी अब लोगों को राहत देने का काम नहीं कर रहा बल्कि नींबू का नाम आते ही लोगों के पसीने छूट रहे हैं. नींबू की कीमतें आसमान छू रही हैं. बीते कुछ दिनों से नींबू के भाव में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जो नींबू कुछ दिन पहले तक सौ रुपए किलो बिक रहा था, आज उसकी कीमत लगभग 300 रूपए किलो और कहीं तो इसे भी ज्यादा हो गई है. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki) में स्थिति ये है कि यहां तो एक नग नींबू 10 रुपए का तक का बिक रहा है. ऐसे में यहां नींबू बेचने वाले दुकानदार अब डंडा लेकर अपने माल की सुरक्षा कर रहे हैं.

भीषण गर्मी में नींबू के दाम में हुई बढ़ोतरी से परेशान लोगों ने नींबू खरीदना ही बंद कर दिया है. लोगों का कहना है कि इतना महंगा नींबू खरीदेंगे, तो बाकी सब्जी कैसे खरीद पाएंगे, क्योंकि हम लोगों की कमाई तो सीमित ही है, लेकिन महंगाई बढ़ती ही जा रही है.
डंडा से कर रहे हैं नींबू की रखवाली

बाराबंकी में आसमान छूती महंगाई के बीच बढ़ते नींबू के दामों ने लोगों की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. आलम यह है कि इस समय यहां एक नींबू 10 से 15 का बिक रहा है. जबकि 60 से 75 रुपये का ढाई सौ ग्राम और 300 रुपये किलो तक बिक रहा है, जिसके चलते नींबू बेचने वाले दुकानदार अब डंडा लेकर अपना धंधा कर रहे हैं. उनका कहना है कि ग्राहक जबरन कम पैसे देकर नींबू उठाने लगता है. कुछ ग्राहक को बिना पैसे दिए ही नींबू उठा लेते हैं जिसके चलते वह डंडा लेकर मजबूरी में ठेला लगाते हैं जिससे वह अपने माल को बचा सकें.
डंडा दिखाने पर नहीं होती लड़ाई
सब्जी का ठेला लगाने वाले दुकानदार डंडा लेकर नींबू की सुरक्षा करने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि लोग सब्जी खरीदने आते हैं और कभी-कभी कम पैसे या फ्री में ही जबरन नींबू उठाने लगते हैं, जबकि इस समय नींबू के दाम आसमान छू रहे हैं. दुकानदारों ने बताया इस समय एक नींबू की कीमत 10 से 15 रुपये के बीच है. ऐसे में हम लोग डंडा लेकर दुकानदारी करने को मजबूर हैं, क्योंकि डंडा देखकर कस्टमर लड़ाई नहीं करता है.


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