ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में शिथिलता व लापरवाही की गाज दर्जन भर इंजीनियरों पर गिरी, 10 के तबादले
लखनऊ न्यूज़: ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में शिथिलता व लापरवाही की गाज दर्जन भर इंजीनियरों पर गिरी है. बलिया के एक्सईएन को निलंबित करने के साथ ही 10 इंजीनियरों का हटाते हुए उनकी जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है.
ये कार्रवाइयां की गईं. जल जीवन मिशन की निर्माणाधीन योजनाओं में देरी करने, ग्रामवासियों को समय से पेयजल उपलब्ध न करा पाने, आम जनता के बीच बेहतर छवि न पेश करने, कार्यदायी संस्थाओं के भुगतान में अनावश्यक विलंब करने वाले इंजीनियर पर जल निगम (ग्रामीण) प्रबंधन ने यह सख्ती दिखाई है. परियोजना को गति देने में नाकाम बलिया के अधिशासी अभियंता अजीत सिंह को निलंबित कर दिया है. पांच अधिशासी अभियंता और पांच सहायक अभियंताओं को हटा दिया है. उनकी जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है. दो अधिशासी अभियंताओं और एक अधीक्षण अभियंता को दूसरे जनपदों का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है.
बलिया के अधिशासी अभियंता अजीत सिंह पर निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं विशेष रूप से विश्व बैंक सहायतित योजना का कार्य लंबी अवधि के बाद भी अधूरा रखने, नलकूप निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध न कराने, नलकूपों के विद्युत संयोजन के लिए बिजली विभाग से समन्वय स्थापित न करने, एफएचटीसी कार्यों में प्रगति न देने का आरोप है.
इन अभियंताओं का किया गया तबादला
अधीक्षण अभियंता ओमवीर सिंह को आगरा से प्रधान कार्यालय जल निगम (ग्रामीण) लखनऊ, अधिशासी अभियंता संजीत कुमार कटियार को परियोजना प्रबंधक नमामि गंगे इकाई मुजफ्फरनगर, अधिशासी अभियंता संदीप सिंह को खंड कार्यालय बलरामपुर, सहायक अभियंता कृष्ण कांत शर्मा को कार्यवाहक व्यवस्था के तहत अधिशासी अभियंता खंड कार्यालय मथुरा स्थानांतरित किया गया है. अधिशासी अभियंता मुकीम अहमद को खंड कार्यालय बलिया, अधिशासी अभियंता अबिचल सिंह को खंड कार्यालय बस्ती, सहायक अभियंता अजय कुमार उपाध्याय को ग्रामीण अनुभाग प्रधान कार्यालय लखनऊ, सहायक अभियंता अमित कुमार सिंह को खंड कार्यालय हरदोई में स्थानातरित किया गया है.