झाँसी न्यूज़: जनपद के ग्रामीण इलाकों में भूमि के विवाद चरम पर पहुंच गए हैं. ग्रामीणों के बीच एक दूसरे की भूमि कब्जाने की होड़ लगी है. प्रशासनिक अधिकारियों की मेजों पर प्रतिदिन दर्जनों शिकायती पत्र भूमि पर कब्जे से संबंधित आ रहे हैं. जिनकी जांच व कार्रवाई में राजस्व और पुलिस की मौज हो रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही शिकायतों के निस्तारण व अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दे रहे हों लेकिन उनके अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे. इन अफसरों व कर्मचारियों की एक मुहिम जनता से सिर्फ फीलगुड करना है. जिस पर उनका काम जारी है. जनपद में जमीनी विवाद इनकी आमदनी का प्रमुख जरिया है. जमीन पर अवैध कब्जे का शिकायती पत्र मिलते ही टीम वसूली के लिए सक्रिय हो जाती है.
इस तरह के विवाद में अक्सर खूनखराबा भी हुआ करता है. बीते रोज थाना मडावरा स्थित मनकपुर गांव में दो पक्षों के बीच खेतों में बुवाई को लेकर मारपीट की घटना हुई. दोनों ने एक दूसरे का खून बहाया. जानकारों के मुताबिक दोनों पक्षों ने एक दूसरे खिलाफ शिकायत की थी लेकिन जिम्मेदारों ने कार्रवाई नहीं की. इस कारण यह स्थिति बन गयी. इसी तरह भोटा गांव में भी जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई. घायल उपचार करवा रहे हैं. डोंगराखुर्द में भी फसल की बुवाई करते समय दो पक्षों में विवाद का मामला थाने पहुंच गया. अफसरों ने इन झगड़ों को निपटाने के बजाए फीलगुड करके सभी चलता कर दिया. वहीं पुुलिस के इस प्रकार के व्यवहार से लोगो मे पुलिस से सहायता व सुरक्षा का होने वाला अहसास भी बिल्कुल खत्म सा होता लोगो के आंखों मे साफ देखने को मिला.