देर रात गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में दो गुटों मारपीट के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग, बदमाशों ने कमरों में लगाई आग

गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में बुधवार को देर रात दो गुटों में मारपीट के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग हुई।

Update: 2022-08-19 01:16 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में बुधवार को देर रात दो गुटों में मारपीट के बाद ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। इस दौरान दो छात्रावास के एक-एक कमरों में बदमाशों ने आग भी लगा दी। बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग की। एनसी हॉस्टल में कैंप कर रही पीएसी भी फायरिंग के बाद हरकत में आ गई। देर रात गोली चलने और आगजनी होने की सूचना पाते ही कैंट पुलिस के साथ एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस ने इस मामले में वार्डेन की तहरीर पर हिमांशु सिंह और यशपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।

जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिमांशु सिंह और यशपल सिंह छात्रसंघ चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। दोनों छात्रावास के कमरों में कब्जा करके रहते हैं। आए दिन इनके बीच टकराव होता रहता है। बुधवार देर रात किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया और फिर देखते ही देखते मारपीट हो गई। दोनों पक्षों के समर्थक जुटने शुरू हो गए। एक पक्ष ने नाथ चन्द्रावत छात्रावास के गेट के अंदर घुसते ही फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट से वहां मौजूद छात्रावासी सहम गए और अपने-अपने कमरे का फाटक अंदर से बंद कर लिया। अंधेरा होने के कारण अचानक घुसकर फायरिंग करने वालों की संख्या का पता नहीं चला पा रहा था।
फायरिंग के बाद नारेबाजी करते हुए एक पक्ष के लोग छात्रावास के सेकंड फ्लोर पर स्थित कमरा नंबर 131 में गए। कमरा तोड़कर उसमें आग लगा दी। मनबढ़ों के जाने के बाद आग पर काबू पाया गया। गुरुवार की सुबह यह कमरा बंद कर दिया गया। जबकि उसका जला हुआ कुछ सामान बाहर ही पड़ा रहा। इसी दौरान संत कबीर छात्रावास के फर्स्ट फ्लोर पर स्थित कमरा नंबर 61 में भी आग लगा दी गई। उसमें रखा फोल्डिंग बेड और अन्य सामान धू-धूकर जलने लगा। दोनों जगहों पर मिलाकर करीब एक घंटे तक बवाल चलता रहा।
कमरा नंबर 77 के फाटक पर भी आग लगाकर जलाने की कोशिश के निशान मिले हैं। कमरा नंबर 61 के बाहर और नीचे भी काफी सामान फेंके हुए और अधजले हालत में मिले हैं। रात में घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों के साथ ही विवि के कार्यवाहक मुख्य नियंता प्रो. शिवाकांत सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह भी मौके पर पहुंचे। वहां बहुत सारे छात्रावासी सहमे हुए थे। अधिकारियों ने छात्रावासियों को सुरक्षा का आश्वासन दिया। गुरुवार को केस दर्ज होने के बाद एसपी सिटी ने आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी है।
पीएसी के जवान मुस्तैद
एनसी छात्रावास में पिछले कुछ दिनों से पीएसी 10वीं वाहिनी, बाराबंकी के जवान कैंप बनाकर रह रहे हैं। वे जवान सोए हुए थे, तभी फायरिंग शुरू हुई। पीएसी के जवान भी अलर्ट हो गए। पीएसी के दो जवानों ने बताया कि शुरू में तो वे कुछ समझ ही नहीं पाए कि यह अचानक क्या हो रहा है। किसी भी प्रकार की आशंका को देखते हुए वे मुस्तैद हो गए।
कार्रवाई के निर्देश
डीडीयू के मीडिया सेल के मुताबिक कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विवि अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य नियंता प्रो. एसके सिंह ने दो लोगों के खिलाफ कैंट थाने में नामजद केस दर्ज कराया है। दस अन्य लोगों को चिह्नित किया गया है।
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