लखनऊ। राजधानी के पारा थानाक्षेत्र अन्तर्गत डीसीएम ड्राइवर को स्पीड कम न करने और क्षेत्र में अपना दबदबा बरकरार बनाए रखने के उद्देश्य से हिस्ट्रीशीटर ने गोली मारी थी। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम के सहयोग से पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर गोलीकांड का पर्दाफाश किया। गौरतलब है कि 7 मार्च की देर रात आलमबाग की तरफ से आगरा एक्सप्रेस-वे की पर जा रहे डीसीएम ड्राइवर संजीव सिंह को स्कूटी सवार अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी थी। एडीसीपी पश्चिमी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक, पुलिस कंट्रोल रूम पर गोलीकांड की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और डीसीएम ड्राइवर को फौरन ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया। शुक्रवार की देर रात क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी श्रमजीत रावत उर्फ शेरू को गिरफ्तार किया।
एडीसीपी ने बताया कि घटना के वाले दिन आरोपी आगरा एक्सप्रेस-वे से स्कूटी से जा रहा थी। इसी बीच डीसीएम ड्राइवर संजीव सिंह गोरखपुर जनपद से गाय लेकर लौट रहा था। डीसीएम चालक ने हॉर्न बजाते हुए स्कूटी को ओवर टेक किया। इस पर श्रमजीत रावत ने डीसीएम ड्राइवर को स्पीड कम करने को कहा लेकिन ड्राइवर ने स्पीड कम नहीं की।
जिसके बाद आरोपी ने करीब एक किलोमीटर पीछा कर डीसीएम की स्पीड कम होने पर पकड़ लिया, जिसके बाद कहासुनी के दौरान डीसीएम चालक को गोली मारकर फरार हो गया। उन्होने बताया कि पारा चंद्रोदय नगर निवासी श्रमजीत के खिलाफ पारा थाने में दर्जन भर आपराधिक मामले दर्ज होने के साथ हिस्ट्रीशीट भी खुली है। फिलहाल पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर आरोपी को जेल भेज दिया है।