प्रतापगढ़ न्यूज़: हफ्तेभर से तापमान 40 डिग्री फारेनहाइट के नीचे नहीं आ रहा बल्कि और बढ़ रहा है. इससे शरीर का पसीना व तापमान नियंत्रित करने वाला स्मार्ट कंट्रोल सेंटर (हाइपोथैलेमस) कमजोर पड़ रहा है. राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय की ओपीडी में बढ़े बुखार के मरीजों में डॉक्टर को हीट स्ट्रोक का खतरा दिख रहा.
राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय में आने वाले बुखार के मरीजों का चेकअप करने के बाद डॉ. रमेश पांडेय को हीट स्ट्रोक का खतरा दिख रहा है. उनका कहना है कि सभी के दिमाग में हाइपोथैलेमस नाम का छोटा सा हिस्सा होता है.
जो स्मार्ट कंट्रोल सेंटर के रूप में शरीर के तापमान, पसीना आदि को नियंत्रित करता है. शरीर में बैक्टीरिया या वायरस की वृद्धि रोकने के लिए स्मार्ट कंट्रोल सेंटर शरीर को इतना गरम कर देता है कि बैक्टीरिया या वायरस का बढ़ना रुक जाता है. यदि शरीर का तापमान गर्मी की वजह से बढ़ रहा है तो यही स्मार्ट कंट्रोल सेंटर पसीना बनाकर शरीर का तापमान नियंत्रित कर देता है. लेकिन डॉ. रमेश पांडेय का कहना है कि 42 से 44 डिग्री तापमान में बुखार के जो मरीज आ रहे हैं उनके शरीर का स्मार्ट कंट्रोल सेंटर कमजोर हो चुका है. तापमान कम न हुआ तो स्मार्ट कंट्रोल सेंटर काम करना बंद कर देगा.
इससे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए पसीना नहीं बना पाएगा और मरीज हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाएगा.
हीट स्ट्रोक से बचना है तो लू में न निकलें
तापमान 40 डिग्री के पार होने पर हीट वेब (लू) चलने लगी है. इसकी चपेट में आकर भी शरीर का पानी सूख रहा है. इससे शरीर का स्मार्ट कंट्रोल सेंटर प्रभावित हो रहा है. यदि स्मार्ट कंट्रोल सेंटर ने पसीना बनना बंद दिया तो मरीज हीट स्ट्रोक की चपेट में आ जाएगा.
भीषण गर्मी से बचने के उपाय
● 1-धूप से बचने के लिए कैप, चश्मा पहनें.
● 2-ठोस आहार कम कर तरल पेय पदार्थ बढ़ाएं.
● 3-हल्के रंग के सूती लेकिन पूरी बांह के कपड़े पहनें.
● 4-धूप में मेहनत करने से बचें.
● 5-चाय, काफी का सेवन करने से बचें.