प्रयागराज | उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक युवक द्वारा मां और बहन की बेरहमी से हत्या करने का मामला चर्चा में है। आरोपी युवक आरिफ का फोन बरामद किया गया है। जानकारी मिली है कि आरिफ के फोन में यूट्यूब सर्च हिस्ट्री में पता चला है कि तालिबानी लड़ाकों का वीडियो देखता था। उसकी यूट्यूब सर्च हिस्ट्री में इसके सुबूत मिले हैं। यहीं से उसके अंदर कट्टरता आई। यही नहीं उसने किसी को मारने के बाद बॉडी को कैसे गलाना है, यह भी सर्च किया है। शायद यही वजह रही कि उसने अपने घर में एक हजार एसिड की बोतलें एकत्र कर रखी थीं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरिफ के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
बता दें कि पुलिस ने दो दिन में तकरीबन 12 घंटे पूछताछ की। पुलिस ने ISIS कनेक्शन, साहित्य और सीडी के बारे में सवाल किए। ज्यादातर सवालों के जवाब गोलमोल ही दिए। इसके साथ ही कभी हां तो कभी न सिर हिलाकर दिया। आरिफ ने पुलिस को बताया कि परिवार वालों ने उसे अकेला छोड़ दिया था। ऐसा कमरा रहने को दिया था। जहां सांस लेना दूभर था। इसी से परेशान होकर मार डाला। पुलिस ने तेजाब की बोतलें खरीदने पर सवाल किया। इस पर आरिफ ने कहा करेली और नुरुल्ला रोड से तेजाब की 1000 बोतलें खरीदी थी।
पुलिस की पूछताछ में आरिफ परेशान दिखाई दिया। पुलिस ने पूछा कि तुमने प्रापर्टी के लिए मां-बहन को मार दिया। पूरे परिवार को खत्म कर देना चाहते थे? तुम इंसान हो या हैवान? आरिफ ने कहा कि साहब, आप नहीं जानते मेरी मती मारी गई थी। मुझसे पूरा परिवार नफरत करता था। इसकी वजह मेरा बड़ा भाई आजम है। वह सबको मेरे खिलाफ भड़काता था। मुझसे मेरे मां-बाप भी ठीक से बात नहीं करते थे। मुझे रहने का सबसे बेकार कमरा दिया था। उसमें ताजी हवा आती ही नहीं थी। बदबू बनी रहती थी। मेरा जीवन नरक हो गया था। धीरे-धीरे मेरे मन में परिवार के प्रति नफरत भरने लगी थी।
वहीं आरोपी आरिफ के भाई आजम द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक इस कांड में आरिफ के साथ उसकी पत्नी तथा दो अज्ञात भी शामिल थे। आरिफ ने अपने दो साथियों के साथ गेट तथा बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर ताला लगाया और मां व बहन की चापड़ से हत्या कर दी। इसके साथ ही पिता को भी मरणासन्न कर दिया। तेजाब की बोतलें फेंकने में भी तीनों शामिल थे।