फूड विभाग द्वारा जांच के नाम पर हो रही है खानापूर्ति, नकली मिठाइयों के सेवन से अस्पतालों में बढ़ रहे हैं मरीज
बलरामपुर: होली का त्योहार जैसे जैसे नजदीक आ रहा है बाजारों में नकली मिठाइयों की भरमार शुरू हो गया है।दुकानदार अधिक मुनाफा के चक्कर में लोगो के सेहत से खिलवाड़ करके सेंथेटिक पाउडर से बनी मिठाइयों के बिक्री कर रहे है,जिनके सेवन से अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे है, खांसी ,कफ, सीने में दर्द जैसे बीमारियों के मरीज देखे जा रहे हैं।त्योहारों पर लजीज दिखने वाले मिठाइयों की बिक्री बढ़ जाती है,नकली मावा, नकली छेना,नकली बर्फी जो दिखने पर अच्छा लगता है।70 से 90 रुपया किलो की दर से मिलने वाली नकली मिठाइयों को दुकानदार 200 से 250 रुपया में आसानी से ग्राहकों को आकर्षित करके बेच लेते है।
जनपद के बलरामपुर, तुलसीपुर, गैसडी, पचपेड़वा, उतरौला, रेहरा बाजार में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो को दुकानदार नकली मावा और खोया उपलब्ध करा देते है, त्योहार आते ही जिला प्रशासन द्वारा गठित खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम छापा मारी अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन कुछ दुकान पर ही खाना पूर्ति किया जाता है।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लोगो की सेहत से खिलवाड़ ना हो नकली मिठाइयों की सैंपल के लिए मोबाइल बैन जांच टीम भी है लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग उन्हे साल में दो से तीन बार ही जिले में बुलाकर 10 से 20 दुकानों की ही सैंपल करवा कर इतिश्री कर देते है, जनवाणी टीम आम जनमानस से भी आग्रह करता है कि बाजार में बिकने वाली मिठाइयों की जांच परख कर खरीदे जिससे जनता स्वस्थ रहे खुशहाल रहे।