CM योगी ने की लू की स्थिति की समीक्षा, कहा- हर स्तर पर करें बचाव के पुख्ता प्रबंध
लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत पूरा उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। भीषण गर्मी और लू के कारण लोग परेशान हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि हीट वेव से निपटने के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न जिलों में भीषण गर्मी-लू का प्रकोप देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में आम जनजीवन और पशुधन, वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए। बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराएं। अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों में हीट-वेव से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए। राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूवार्नुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि सभी नगर निकायों/ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में/मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।
योगी ने कहा कि भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणी उद्यानों/अभयारण्यों में हीट-वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए।
उन्होंने कहा कि पशुपालक कृषकों को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गोशालाओं में पशुधन के चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो। शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए। सभी हैंडपंप को क्रियाशील रखा जाए, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ का संचालन एक पुनीत कार्य है। गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी एवं दाना रखने के लिए आम जनों को जागरूक करें। गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो। जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने जैसी समस्याओं का बिना विलंब समाधान करें।