Moradabad: तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइन्सेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉज़ी-सीसीएसआईटी ने ऊंची छलांग लगाई है। सीसीएसआईटी का एशिया पैसेफिक रीजन- इंडिया में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज- एडब्ल्यूएस की एकेडमी में लिस्टेड हो गया है। आईआईटी, इंदौर के दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के साथ हुए एमओयू के तहत क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर यूजिंग पर स्टुडेंट्स के फर्स्ट बैच के प्रशिक्षण के बाद टीएमयू ने यह बड़ी उपलब्धि पाई है। उल्लेखनीय है, भारत में लगभग 4,500 इंजीनियरिंग कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जिनमें से टीएमयू समेत 493 विश्वविद्यालयों/कॉलेजों ने आधिकारिक तौर पर एडब्ल्यूएस अकादमी और एडब्ल्यूएस एजुकेट क्लाउड कंप्यूटिंग पाठ्यक्रम को अपने पाठ्यक्रमों में शामिल किया है। कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन ने कहा, सीसीएसआईटी का एशिया पैसेफिक रीजन- इंडिया में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज- एडब्ल्यूएस की एकेडमी में लिस्टेड होना वैश्विक स्तर पर उभरते टीएमयू की तस्वीर है। यह जानकारी फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. आरके द्विवेदी ने साझा करते हुए बताया, यूनिवर्सिटी के लिए यह एक बड़ा दिन है। उन्होंने इसका श्रेय आला प्रबंधन के संग-संग सीसीएसआईटी की फैकल्टीज़ और स्टुडेंट्स को दिया।
वीसी प्रो. वीके जैन कहते हैं, एडब्ल्यूएस की एकेडमी में लिस्टेड होने के बाद टीएमयू के स्टुडेंट्स को अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण में और मजबूती मिलेगी। साथ ही सीसीएसआईटी स्टुडेंट्स के करियर के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस कामयाबी से गदगद डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन कहती हैं, एशिया प्रशांत- भारत क्षेत्र के तहत अधिकृत एडब्ल्यूएस अकादमी के रूप में यह मान्यता टीएमयू समुदाय के सामूहिक समर्पण और दृष्टि का प्रतिफल है। मुझे उम्मीद है कि सीसीएसआईटी के स्टुडेंट्स इस क्लाउड केंद्रित शिक्षा के जरिए अत्याधुनिक कौशल से लैस होंगे। उल्लेखनीय है, टीएमयू की आईआईटी, इंदौर के दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के संग क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज- एडब्ल्यूएस के उपयोग पर दस दिनी कार्यशाला हुई थी, जिसमें 109 प्रतिभागियों ने एडब्ल्यूएस से संबंधित 11 मॉड्यूल्स-क्लाउड कंप्यूटिंग अवधारणाएं, अमेज़न ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर, एडब्ल्यूएस कंप्यूट, एडब्ल्यूएस स्टोरेज, एडब्ल्यूएस डेटाबेस, एडब्ल्यूएस नेटवर्किंग, एडब्ल्यूएस सुरक्षा, एडब्ल्यूएस आर्किटेक्चर, एडब्ल्यूएस ऑटोमेशन और मॉनिटरिंग और एडब्ल्यूएस प्रमाणन सूचना और मॉक टेस्ट का प्रशिक्षण दिया गया था। यह प्रशिक्षण एडब्ल्यूएस की ओर से प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉ. धीरज राणे, वरिष्ठ एडब्ल्यूएस प्रशिक्षक अक्षय केएस ने दिया था।