Basti: लापरवाही के कारण मरीजों की संख्या भी दिन-ब-दिन घटती जा रही
फार्मासिस्ट ने किया उपचार
बस्ती: मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला में लापरवाही के कारण मरीजों की संख्या भी दिन-ब-दिन घटती जा रही है. एलोपैथ की जगह आयुष, यूनानी और होम्योपैथ के चिकित्सक और फार्मासिस्ट उपचार करते दिखे, जबकि वार्ड ब्वाय ने दवा बांटी. इससे मरीजों का मेला से मोहभंग हो गया है. भी मेला जैसे-तैसे निपटा, जो मरीज आए, उनमें उल्टी-दस्त, बुखार के लक्षण दिखे.
नगरीय पीएचसी नहरिया में डॉ. आरपी सिंह ने 62 जबकि पीएचसी बरदहिया में डॉ. पंकज शुक्ल, डॉ. मासूमा ने 42 मरीजों की जांच की. सीएमओ डॉ. आरएस दूबे ने बताया कि सभी पीएचसी पर मेला लगा, दो हजार मरीज की जांच हुई. कुदरहा संवाद के अनुसार पीएचसी कुदरहा में 11 बजे तक डॉक्टर नहीं आए. मरीज भी नहीं पहुंचे. इससे मेला हवा-हवाई साबित हुआ. फार्मासिस्ट ओमप्रकाश, एलटी संदीप चौधरी, वार्ड ब्वाय अभय मिश्र अस्पताल खोलकर बैठे दिखे. एमओआईसी डॉ. फैज वारिस ने बताया कि एमओ डॉ. शशि की ड्यूटी लगाई गई थी. गैरहाजिर होने की जानकारी सीएमओ को दी गई, जिन्हें अनुपस्थित किया गया.
पीएचसी बेलघाट में एमओआईसी डॉ. प्रेमचंद ने 40 मरीजों की जांच की. पीएचसी मुसहा में 42 मरीज आए. आयुष के चिकित्सक डॉ. नफीस खान ने परामर्श और दवा दी. पीएचसी न्यू हलुवा बाजार में 36 मरीज आए जिनका इलाज एलोपैथ के चिकित्सक डॉ. प्रवीण पटेल ने किया. गनेशपुर संवाद के अनुसार पीएचसी हरदी में एलोपैथ डॉक्टर नहीं थे. यहां आयुष चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने जांच की.
पीएचसी पर नहीं थे डॉक्टर, फार्मासिस्ट ने किया उपचार हर्रैया. पीएचसी इंदौली में डॉ. उमेश कुमार चतुर्वेदी ने 33 मरीजों की जांच की. पीएचसी बेलभरिया रामगुलाम में 31 मरीजों का परीक्षण डॉ. आनंद भारती ने किया. पीएचसी काशीपुर में डॉक्टर नहीं थे. यहां फार्मासिस्ट जगन्नाथ पांडेय ने मरीजो की जांच कर दवाएं दी.