Bareilly: खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए मांगे थे 50 हजार रुपये, गिरफ्तार

Update: 2024-08-14 08:22 GMT
Bareilly बरेली । खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कलेक्ट्रेट स्थित चकबंदी कार्यालय से पेशकार अभय सक्सेना को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने खतौनी में नाम दर्ज कराने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कलेक्ट्रेट स्थित चकबंदी कार्यालय से पेशकार अभय सक्सेना को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। ऑफिसर्स एन्क्लेव, कर्मचारी नगर निवासी अभय ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन की टीम ने उसके खिलाफ थाना इज्जतनगर में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।गिरफ्तार किया। ऑफिसर्स एन्क्लेव, कर्मचारी नगर निवासी अभय ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन की टीम ने उसके खिलाफ थाना इज्जतनगर में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
किला क्षेत्र की रहने वाली बुजुर्ग सुधा अग्रवाल का ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। पीलीभीत के गांव बरखेड़ा निवासी सुनील कुमार उनके यहां मैनेजर हैं। सुनील के मुताबिक सुधा अग्रवाल की मोहनपुर में भूमि है। इसके दाखिल खारिज का आदेश हो गया था। सुधा अग्रवाल अपना नाम खतौनी में अंकित कराने के लिए लगातार चक्कर लगा रही थीं। उनका आरोप है कि चकबंदी पेशकार अभय सक्सेना 50 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। सुनील कुमार ने इसकी शिकायत सीओ एंटी करप्शन यशपाल सिंह से की। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देश पर सीओ को दो सरकारी गवाह दिए गए। मंगलवार को शिकायतकर्ता सुनील कुमार को 10 हजार रुपये की पहली किश्त लेकर कलेक्ट्रेट स्थित चकबंदी कार्यालय भेजा। सुनील कुमार ने 10 हजार रुपये का पैकेट जैसे ही पेशकार अभय सक्सेना को दिया, वैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने उसे रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उसे इज्जतनगर थाने में रखा गया है, उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीओ यशपाल सिंह ने बताया कि बरेली मंडल में कोई भी पीड़ित पुलिस उपाधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन के मोबाइल नंबर 9454405475 और प्रभारी निरीक्षक के 9454401653 नंबर कर शिकायत कर सकता है।
पत्नी घर में ताला लगाकर फरार, 37 हजार रुपये जेब से बरामद
भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम अभय को गिरफ्तार करने के बाद उसे उसके आवास पर लेकर गई तो ताला लटका मिला। टीम ने जब आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि कुछ देर पहले ही अभय की पत्नी घर में ताला लगातार फरार हो गई। टीम ने आरोपी की जेब की तलाशी ली तो उसकी जेब से 37 हजार रुपये और बरामद हुए।
खतौनी में नाम दर्ज करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए चकबंदी पेशकार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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