Kushinagar राजापाकड़/कुशीनगर: विकास खंड दुदही के ग्राम पंचायत विजयपुर उत्तर पट्टी पश्चिम टोला में राधाषटमी के अवसर पर आयोजित नव दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन रविवार को अयोध्या से पधारे पं प्रशान्त जी महाराज ने भोलेनाथ का कैलास से कागभुशुण्डि के साथ भगवान के वाल स्वरूप देखने हेतु अयोधया आना, सरयू के तट पर ज्योतिषी बनकर बैठना, भगवान राम के वाल्यकाल ,खेल कुद मेंअपने भाईयों के लिए जीतकर भी हारजाना, अनुशासन, संस्कार ,विश्वामित्र का अयोधया आकर राम लक्ष्मण का मांगना वक्सर ले जाते समय रास्ते में ताङका बध करने जैसे मार्मिक प्रसंगो के माध्यम से सबका दिल जीत लिया। कथा का शुभारंभ मुख्य यजमान नरेश गुप्ता ने व्यास पीठ पुजन कर किया।
कथावाचक ने कथा को आगे बढाते हुए बताया की मां कौशल्या ने भोलेनाथ को घर बुलाकर हाथ दिखाती हैं उसी में भोलेनाथ ने गोदी में लेकर पैर छु, लेते हैं जबकि राम पैर छूने के लिए कई बार प्रयास करमे के बाद अन्त में रोने लगते हैं तब जाकर किसी तरह पैर छु पाते हैं। कभी भी माता पिता के दिए संस्कार को नहीं भुलते, आचरण और मर्यादित तरीके से उच नीच का भेद नहीं रखा अपनों से कैसा प्रेम और संबंध होना यह भगवान के जीवन से सीखना पङेगा, चाहे आप किसी क्षेत्र में अपना संस्कार मत भुलिए यही तो समझाता है। इस अवसर पर पंकज कृष्ण शास्त्री, दुर्गेश मिश्र, राकेश पाण्डेय, नवेन्दु मिश्र, उत्कर्ष, अतुल, शिवम,श्रवण पाण्डेय, राजकमल प्रसाद, जसवीर सिंह, अवधेश गुप्ता,अभिराम गुप्ता, के अलावा काफी संख्या मे श्रोता उपस्थित रहे।