जयपुर। राजधानी को जल्द ही दो और वंदे भारत ट्रेनों का तोहफा मिलने वाला है। इन्हें जयपुर जंक्शन से नहीं बल्कि दुर्गापुरा और खातीपुरा स्टेशनों से संचालित किया जा सकता है। जयपुर और इंदौर के बीच वंदे भारत का ट्रायल रन भी जल्द शुरू होने वाला है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जयपुर और उदयपुर के बीच वंदे भारत संभवत: आठ से दस दिन में शुरू हो सकती है।
इसका रैक उदयपुर पहुंच चुका है और इसका ट्रायल रन भी हो चुका है। इतना ही नहीं इस ट्रेन को चलाने वाले लोको पायलट, गार्ड, टीटीई और अन्य स्टाफ की ट्रेनिंग भी बुधवार से उदयपुर में शुरू हो गई है. खातीपुरा प्रदेश का पहला सैटेलाइट स्टेशन बनकर तैयार है। यहां से एक्सप्रेस, मेल और सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन होना है। इसके अलावा जयपुर से इंदौर के बीच वंदे भारत ट्रेन की भी तैयारी चल रही है. इसे जयपुर जंक्शन की बजाय दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से चलाने की तैयारी है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जयपुर जंक्शन पर लगातार बढ़ते यात्री भार के कारण रूटीन के अलावा स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इससे जंक्शन पर ट्रैफिक काफी बढ़ रहा है। इसके साथ ही 13 सितंबर तक जंक्शन पर तकनीकी कार्य भी किया जाएगा। इसके चलते कई ट्रेनें जंक्शन नहीं जाएंगी। इसे देखते हुए दोनों वंदे भारत ट्रेनों का स्टेशन बदलने की तैयारी चल रही है।
राजधानी से उदयपुर और इंदौर के लिए रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। इनमें पर्यटकों की संख्या अधिक होती है. इसलिए ये दोनों ट्रेनें उपयोगी साबित होंगी. दोनों वंदे भारत में 8-8 कोच होंगे. इनमें 500 से ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे. यात्रा के दौरान यात्री स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों का आनंद भी ले सकेंगे.