रामगढ पचवारा: एनएच 148 से मौरोली वाया पीपली पातलवास से घाटा पपलाज माता तक 9 करोड़ की लागत से बनने वाली 6 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जहां पहाड़ कटाई का कार्य जारी है, वन विभाग की ढिलाई के चलते पहाड़ कटाई से निकलने वाले पत्थर-मोरम को बेचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, ठेकेदार द्वारा बेरोकटोक दिन के उजाले में बेचे जा रहे हैं, वही स्थानीय ग्रामीणो को अपने घरेलू काम के लिए भी मना कर दिया जाता है, जिसके चलते लोग परेशान हैं और अगर भरवाते है तो मोटी रकम चुकानी पड़ रही है। खास बात तो यह है कि गत 5 अप्रेल को नवज्योति में प्रकाशित खबर के बाद कुछ हद तक इस कार्य पर रोक लगी थी लेकिन वन विभाग की ढिलाई के चलते फिर से पेटी ठेकेदार ने लाखों रुपए के पत्थर पहाड़ कटाई कर बेच डाले, वन विभाग के अधिकारी सब कुछ जानबूझकर भी अनजान बने बैठे है, ना ही कोई कार्रवाई आज तक इनकी ओर से की गई। ग्रामीणों का तो यहां तक भी कहना है कि ठेकेदार व वन विभाग के कार्मिकों की मिलीभगत के चलते ही यह सब खेल हो रहा है, उनका कहना है कि ठेकेदार की ओर से एक ट्रोली पत्थर के 1000 से 1200 रुपए तक वसूले जा रहे हंै, वहीं स्थानीय ग्रामीणों से पत्थर भरवाने के लिए मना कर दिया जाता है। ग्रामीणों की माने तो ठेकेदार के दूर दूर तक के संवेदकों से तार जुडेÞ हैं, जहां रात्रि को पत्थर सप्लाई किए जा रहे है, ठेकेदार इतना बेखौफ है कि दिन के उजाले में ट्रोलियां भरवाकर भेज रहा है, जगह जगह सूचना वाहक छोड़ रखे हैं जो सूचनाएं आदान प्रदान करते रहते हैं। गौरतलब है कि एनएच 148 से मौरोली वाया पीपली पातलवास से घाटा पपलाज माता तक 9 करोड़ कीलागत से बनने वाली 6 किलोमीटर लम्बी सडक निर्माण कार्य प्रगति पर है, सड़क निर्माण कार्य पहाडी क्षेत्र में लगभग एक हजार मीटर लम्बाई में करना है, जिसमें 50 फीट गहराई व 30 फीट चौडाई में 300 मीटर पहाड की कटाई का कार्य किया जाना है। सड़क निर्माण में डामरीकरण का कार्य 4500 मीटर, सीसी कार्य 450 मीटर, 45 मीटर लम्बाई के 5 फल्स कॉजवे, 80 मीटर लम्बाई कें 3 फल्स काजवे सहित लगभग 2195 मीटर लम्बाई में सुरक्षा दीवार का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। सड़क निर्माण को लेकर अब पहाड़ी क्षेत्र में कटाई का कार्य किया जा रहा है, पत्थर एवं मोरम को ठेकेदार की ओर से सड़क निर्माण सहित सुरक्षा दीवार में काम लिया जा रहे है ,साथ ही संवेदकर्मियों द्वारा देर सवेर रात्रि को पत्थर अन्य जगहों पर सप्लाई कर चांदी कूटने का कार्य किया जा रहा है।
क्या कहते हैं वन अधिकारी:
तीन दिन से नए फोरेस्टर, गार्ड भर्ती परीक्षा के फिजिकल में ड्यूटी थी, पत्थर बेचने के मामले को लेकर मौके पर पहुंचकर पहाड कटाई का मेजरमेंट कर स्टॉक मिलान किया जाएगा। कार्रवाई के लिए डीएफओ को लिखा जाएगा। साथ ही पीडब्ल्यूडी को अमानत राशि जप्त करने को लिखा जाएगा
-जगदीशनारायण मीना रेंजर लालसोट।