जयपुर: पश्चिमी विक्षोभ के असर से तेज बारिश के साथ आए तूफान ने भंयकर तबाही मचाई। सैकड़ों पेड़ टूट गए, बिजली के पोल गिर गए, मकानों की छत पर लगे सोलर पैनल उखड़ गए। दुकानों पर लगे बोर्ड उड़कर दूर जा गिरे। 96 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से आए तूफान से करोड़ों रुपए की सरकारी और निजी सम्पत्ति का नुकसान का अनुमान है। राज्य में वर्षाजनित हादसों में 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें 12 लोग टोंक जिले के हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हादसों में 50 से अधिक लोग घायल होने की सूचना है। तूफान की रफ्तार इस कदर तेज थी कि मकान की छतों पर रखी प्लास्टिक की टंकियां उड़कर दूर चली गई। कच्चे मकान तूफान के दबाव को सहन नहीं कर पाए और ढह गए। मकानों पर रखे टीन-टप्पर और लोहे की टीन भी हवा में उड़ गई।
तूफान से करोड़ों का नुकसान
जयपुर शहर में तूफान ने भयंकर तबाही मचाई। तबाही का मंजर टूटे और उखड़े पेड़, मकानों से प्लास्टिक की टंकियां और टीन-टप्पर गायब होने के रूप में देखा जा सकता है। शहर के अनेक स्थानों पर पेड़ों के टूटने से शुक्रवार को भी यातायात प्रभावित हुआ। तूफान के समय गुल हुई बिजली शहर के कुछ हिस्सों और आस-पास के उपगनरों में दोपहर तक बहाल नहीं हो पाई। शहर के अनेक हिस्सों में बिजली के टूटे हुए तार देखे गए। शासन सचिवालय में भी एक पुराना पेड़ टूट कर गिर गया। बताया जा रहा है कि यदि पेड़ कार्यालय पर गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था।