अव्यवस्था की पीड़ा मां को करवा रही राहत का इंतजार

Update: 2023-06-15 12:54 GMT

कोटा: जेकेलोन में प्रसव कराने आई महिलाओं को अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए अभी और करना होगा इंतजार। जेकलोन में सर्व सुविधा युक्त लेबर रूम और जच्चा बच्चा वार्ड बन तो तैयार हो गए लेकिन भवन को अभी संवेदक ने हैंडओवर नहीं किया है। अस्पताल प्रशासन पहले पूरे लेबर रूम को दिए गए मानक स्तर पर तैयार किया है या नहीं उसकी जांच करेंगा उसके बाद उसका हैंडओवर लेंगा उसके बाद उसके उद्घाटन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। इसके चलते अभी गर्भवती महिलाओं को नये लेबर रूम में डिलेवरी के लिए अगले माह तक इंतजार करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि सरकार की और से गर्भवती महिला को प्रसव के लिए जेकेलोन अस्पताल अत्याधुनिक लेबर रूम तैयार कराया जिसमें सभी सुविधाए एक ही छत के नीचे मिलेगी साथ ही एक ही समय में 20 से अधिक डिलेवरी एक साथ करने के प्रसव टेबल भी लगाए है। जिससे महिलाओं को अब उन पीड़ाओं को नहीं सहना पड़ेगा जिसे महिलाएं अभी तक सहती आई हैं। इससे आने वाली महिलाओं को न केवल राहत मिलेगी वरन वहां जाने पर निजी अस्पताल के लेबर रूम से भी बेहतर महसूस होगा। जेकेलोन अस्पताल तैयार हुए अत्याधुनिक लेबर रूम सर्व सुविधा युक्त है। खासबात यह है कि इसका निर्माण पुराने वाले लेबर रूम को तोड़कर उसका सौन्दर्यीकरण किया गया है। नया लेबर रूम में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है इसको तैयार करने में करीब 7.50 करोड़ रुपए की लागत आई है। जिसे देखने पर लगता ही नहीं कि यहां कभी उस तरह का लेबर रूम था जिसमें जाने पर महिलाएं अक्सर घबराती थी। लेकिन अब नए लेबर रूम में जाने पर उन्हें घबराहट तो दूर जरा भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

तीन अत्याधिक उपकरणों से लैस ऑपरेशन थियेटर किए तैयार

जेकेलोन अस्पताल के पुराने लेबर रूम की जगह पर अब नये लेबर रूम में ही तीन ऑपरेशन थियेटर तैयार किए है। जिनमें से एक मॉड्यूलर ओटी भी है। ये सभी लेबर रूम से जुड़े हुए हैं। किसी महिला की स्थिति गम्भीर होने पर उसे तुरंत आॅपरेशन थियेटर में शिफ्ट किया जा सकेगा। तीन में से एक ओटी मॉड्यूलर है। जिसमें हैंपर सिस्टम लगा हुआ है। यहां बाहर से आने वाले हवा भी फिल्टर होकर आएगी। साथ ही हर तीन घंटे में वहां की हवा बदलेगी। जिससे बाहर की धूल-मिट्टी के कण व अन्य संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।

सेंसर वाला प्रवेश द्वार

जेकेलोन अस्पताल के नये लेबर रूम में इस बार प्रवेश द्वार सेंसर लगाया है। गेट के पास पहुंचते द्वार अपने आप खुल जाएगा जिससे हैंडल के संक्रमण से बचा जा सकेंगा। वहीं सभी जगह नल भी सेंसर वाले लगाए है। भी लेबर रूम में प्रवेश करने पर गेट के कुंडे पर हाथ लगाने की जरूरत नहीं होगी। गेट के सामने पहुंचने पर हाथ आगे करते हो स्वत: गेट खुल जाएगा। उसी तरह से पानी के लिए लगाए गए नल को भी खोलने के लिए हाथ लगाने की जरूरत नहीं है। मरीजों व डॉक्टर स्टाफ के लिए जाने के अलग-अलग गेट बनाए गए हैं। प्रवेश के लिए आगे और निकास के लिए पीछे की तरफ गेट हैं। लेबर रूम से लेकर ओटी तक में वेंटीलेशन और अंदर से बाहर का दृश्य देखने व्यवस्था की गई है। अस्पताल का नया लेबर रूम में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। करीब 7.50 करोड़ रुपए की लागत से इसे तैयार किया गया है।

50 बेड का प्रसव कक्ष किया तैयार

डॉ.गोपी किशन शर्मा ने बताया कि नया लेबर रूम 50 बेड तैयार किया है। जिसमें 30 बेड बर्थिंग हैं। इन पर गर्भवती महिला को भर्ती करने से लेकर प्रसव पीड़ा होने व प्रसव तक उसी एक बेड पर कराया जा सकेगा। जिससे बार बार महिला को एक पलंग से प्रसव टेबल और फिर दूसरे पलंग पर इधर से उधर ले जाने की पीड़ा से भी मुक्ति मिलेगी। जिस बेड पर महिला को भर्ती किया उसी पर डिलेवरी कराई जाएगी। भर्ती होने से लेकर डिलेवरी तक एक ही बेड पर रखा जाएगा जिससे जच्चा बच्चा संक्रमण मुक्त रहेगा।

इनका कहना

लेकेलोन अस्पताल में आधुनिक सुविधा युक्त लेबर रूम बनकर तैयार हो गया है। हैंडओवर से पहले उसकी तय मानक स्तर जांच की जा रही है। दिए टेंडर के अनुसार उपकरण व सुविधाए और बेड की जांच की जा रही उसके बाद ही उसको हैंडओवर लिया जाएगा। उसके बाद उसके उद्घाटन की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रसव कक्ष में महिला के भर्ती होने से लेकर प्रसव तक एक ही पलंग पर हो सकेगा। महिला को बार-बार इधर से उधर शिफ्ट करने की जरूरत नहीं होगी । सुविधाओं के साथ ही यहां संक्रमण से बचाव के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। मॉड्यूलर ओटी बनाया गया है।

- डॉ. आशुतोश शर्मा, अधीक्षक, जेकेलोन अस्पताल

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