Bhavip के शिविर ने दिव्यांगजनों की जिंदगी बनाई आसान, खुशी से आंखे हुई नम
Bhilwara। भारत विकास परिषद का तीन दिवसीय दिव्यांग सहायता शिविर हजारों दिव्यांगजनों को नई जिंदगी दे गया। शिविर का आयोजन भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की प्रेरणा से स्वर्गीय मनीष काबरा की प्रथम पुण्य तिथि पर रामधाम के पीछे काशीपुरी वकील कॉलोनी महेश समिति एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, जयपुर के सहयोग से हुआ। हादसे में हाथ कटा हो या पैर, शिविर में हाथो हाथ कृत्रिम पैर लगने के बाद दिव्यांगजनों की खुशी देखने लायक थी। लम्बे समय से हादसे का दंश झेल रहे दिव्यागों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। सभी ने मन ही मन भारत विकास परिषद का आभार जताया। शिविर में कृत्रिम हाथ लगने के बाद चितौडग़ढ़ के मुकेश कुमार व बिलिया के ऋषिकेश के चेहरे पर काफी रौनक थी।
खुशी के मारे वह बोल पड़े की अब हमारी जिंदगी आसान हो गई। कृत्रिम पैर लगने के बाद नंदराय के जमलालाल माली और कोटिया के भंवरलाल जाट ने बाइक चलाकर दिखाई और काफी खुशी महसूस की। कैलीपर्स पाकर भैरूलाल, धांगडास, रतनी देवी,छोगा का खेड़ा, श्रवण यंत्र पाकर रणजीत सिंह भीलवाड़ा, स्वरूप कंवर, आसींद, ट्राईसाईकिल पाकर कंचन देवी कल्याणपुरा, काली देवी, भीलवाड़ा और व्हीलचेयर पाकर संजय महाराष्ट्र शारदा देवी भीलवाड़ा, बैसाखी पाकर जगदीश चंद्र सरसिया, गणेश लाल जहाजपुर, स्टिक पाकर नाथूलाल भीलवाड़ा, कजोड़ लाल खैराबाद ने खुशी व्यक्त करते हुए शिविर हर साल लगाने का आग्रह किया। तीन दिवसीय शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि उद्योंगपति एवं समाजसेवी तिलोक चन्द्र छाबड़ा, कार्यक्रम अध्यक्ष ग्राम विकास राष्ट्रीय प्रकल्प के चेयरमेन श्याम शर्मा, विशिष्ट अतिथि सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी, समाजसेवी श्रीगोपाल राठी, महेश सेवा समिति अध्यक्ष ओम नराणीवाल, जिला माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष अशोक बाहेती, श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, जयपुर के फाइनेंस मार्केटिंग मैनेजर केएस पारीक रहे।
शिविर को सफल बनाने में निशक्तजन वनवासी सहायता प्रकल्प के प्रांतीय संयोजक संजय बम्ब, सहसंयोजक मोहित पाराशर, प्रांतीय संरक्षक रामेश्वर प्रसाद काबरा, प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडानी, प्रांतीय मीडिया प्रभारी रजनीकांत आचार्य, शिविर संयोजक गिरीश अग्रवाल, आदित्य मानसिंहका, मनोज माहेश्वरी, सुभाष मोटवानी, सुरेश बिरला, केएस पारीक का पूरा सहयोग मिला। शिविर के समापन पर सहयोगियों का सम्मान किया गया। शिविर को सफल बनाने व उपकरण उपलब्ध कराने में भाविप राजस्थान मध्य प्रांत के संरक्षक रामेश्वर काबरा ने पूरा योगदान दिया। काबरा पिछले 28 वर्षाे में 43 शिविर लगा चूके है। शिविर के अवलोकन हेतु राजस्थान मध्य प्रांत की विभिन्न शाखाओं से दायित्वधारी शिविर के अवलोकन के लिए आ रहे हैं। इस आयोजन ने क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर एक सकारात्मक उत्साह और समर्पण की भावना उत्पन्न की है।
पहले दिन 650, दूसरे दिन 445 दिव्यांगजन लाभान्वित
भाविप मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी के मुताबिक शिविर में पहले दिन 650 दिव्यांग जनों ने पंजीकरण कराया जिन्हें 11 फरवरी को उपकरण वितरित किए गए। शिविर का उद्देश्य दिव्यांग जनों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है, ताकि वे समाज में समान अधिकार और सम्मान के साथ जीवन जी सकें। शिविर के दूसरे दिन 445 दिव्यांग बंधुओं ने पंजीकरण कराया। सभी को उपकरण वितरित किए गए। तीसरे दिन भी सैकड़ों रोगी लाभान्वित हुए।
भोजन और आवास की समुचित व्यवस्था की
शिविर संयोजक गिरीश अग्रवाल ने बताया कि दिव्यांग जनों और उनके परिवारजनों के लिए भोजन और आवास की समुचित व्यवस्था भी की गई ताकि वे बिना किसी चिंता के शिविर का लाभ उठा सकें। दव्यांग जनों को सभी आवश्यक उपकरण और सहायता प्रदान की गई जिससे उनका जीवन सरल और समर्थ बने।