उपरलापाड़ा के क्षेत्रवासी एक माह से पानी को तरस रहे

Update: 2023-05-01 13:12 GMT

पेच की बावड़ी: क्षेत्र ग्राम पंचायत उमर के उपरलापाड़ा में लगभग एक माह से पीने के पानी के लिए तरस रहे है। गौरतलब है कि उपरलापाडा मे सरकारी बोरिंग के अलावा पीने का पानी नहीं है घरों में बोरिंग तो है लेकिन इनमें फ्लोराइड बहुत ज्यादा मात्रा में है। इस समस्या के समाधान के लिए ग्राम पंचायत ने खुशराज मीना बैंक मैनेजर के मकान के पास टंकी बनाकर इसको भरने के लिए बासनी रोड पर माल्या का खाल में बोरिंग करवाकर टंकी में पानी भरा जा रहा था और इसका पानी भी मीठा है। यह टंकी मोहल्ले के बीच में होने से सभी को सुविधा थी लेकिन लगभग एक माह से इस बोरिंग की मोटर खराब हो गई। शंकर लाल सोयल ने जानकारी दी कि मोहल्ले वासी और मैंने कई बार ग्राम पंचायत से इसकी शिकायत की। पंचायत समिति तक भी समस्या से अवगत कराया है लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। एक पानी की टंकी हरचंद खज के मकान के पास भी बनी हुई है वह भी खाली है। हरचंद खज ने अपनी जानकारी में बताया। मोहल्ले वासी पीने के लिए तरस गए है। रेगिस्तान की तरह दो तीन दिन का पानी का स्टोरेज रखने के लिए मजबूर हो गये है। अभी मोहल्ले वासी पानी खानाराम के कुएं से ला रहे है। जो गांव के बाहर है।

1500 मीटर दूर है। इस कुएं का पानी मीठा है। यह कुआं निजी है। फसल भी बो रखी है। अगर खानाराम पानी के लिए मना कर दे तो पीने के पानी के लिए कहां जाए। गरीब किसान मजदूर की ग्राम पंचायत में कोई नही सुन रहा है। यह सुबह जल्दी उठकर अपने काम चले जाते हैं और शाम को देर से घर आते है। देर शाम को ओर सबह जल्दी कुएं से पानी लाना खतरे से कम नही है। फसल उगी हूई है ऐसी स्थिति में जहरीले कीड़ों का काटने का डर हमेशा लगा रहता है। आदर्श ग्राम पंचायत मे इस तरह की पीड़ा किसान मजदूर झेल रहा है। यह ग्राम पंचायत के लिए शर्म की बात है। मोहल्ले वासी ग्राम पंचायत एवं जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि हमारी समस्या का समाधान जल्दी करवाया जावे । विशनु सोयल काम काजी महिला यह बोरिग खराब होने से पानी की बहुत समस्या आ गई बच्चो को विद्यालय समय भेजना मुश्किल हो रहा इनके लिए जल्दी उठकर खाना बनाना फिर इतनी दुर से पानी लाना बच्चो को ठीकसे स्नान भी नही करवा पाते।

क्या कहते है जागरूक ग्रामीण: हरचंद खज भुतपूरव सेनिक हमारे मोहल्ले में सरकारी बोरिंग केअलावा पीने का पानी नही हे कुछ निजी मकानों मे पुराना बोरिग हे लेकिन उन सब पानी पीने लायक नहीं है बहुत ज्यादा मात्रा मे फ्लोराइड पानी। यह बोरिग खराब हो जाने से बहुत परेशानी का सामना करना पड रहा हे कुआओसे पानी खिचना भुल गये थे लेकिन अब खिचकर लाना पड रहा हे बच्चे बाहर रहते है हम पति पत्नी घर मे रहते हे पानी दो दिन तक स्टोरेज रखना पड रहा है ग्राम पंचायत मे कोई सुनने वाला नही है। 75 साल की जमाना बाई मीना का कहना है कि पानी की टंकी न भरबासु घनु दूख आ गयो। पास म आ टंकी सु तो दो चार मटकीयां ल्या वछी पर अब कुआं सु ई बुढापा म पानी कोनी आवे एक मटकी लावा। 80 साल की कान्ता बाई मीना का कहना है कि दूर दूर से पानी लाना मजबूरी हो रही है। बुढापे में पानी खिंचकर लाना मुश्किल हो रहा है। 60 साल की छावनी बाई मीना का कहना है कि बच्चे बाहर रहते है। यह टंकी पास में है इसलिए यहां पानी भरने से सुविधा थी लेकिन इसकी बोरिंग खराब होने से पानी कुएं से खिंचकर लाने में बहुत परेशानी आ रही है। सरकार बोरिंग को जल्दी ठीक करावे।

इनका कहना है:

पानी की इस समस्या का समाधान जल्दी ही करवाने की कोशिश करेंगे।

-मोहनलाल मीना, विकास अधिकारी पंचायत समिति हिंडोली 

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