Rajasthan कोटपुतली : राजस्थान के कोटपुतली में बोरवेल में फंसी तीन वर्षीय बच्ची को बचाने के प्रयास गुरुवार रात से रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण आस-पास की मिट्टी फिसलन भरी हो गई है और वेल्डिंग तथा केसिंग पाइप को नीचे करने सहित महत्वपूर्ण कार्य जटिल हो गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार रात को अभियान एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया, जब बी-प्लान को लागू किया गया और बोरवेल के बगल में छेद में केसिंग पाइप को उतारा गया। हालांकि, कल रात से रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण बचाव अभियान में काफी रूकावटें आ रही हैं। राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के एक कर्मी ने कहा कि वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद बच्ची को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "बारिश के कारण हमें वेल्डिंग में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम खराब होने के बावजूद हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। हमने पहले ही पूरी तरह से खुदाई कर ली है और अब केसिंग पाइप नीचे तक जाएगा। यह हमारे बचावकर्मियों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है, क्योंकि यहां मिट्टी ढीली है। सब कुछ ठीक होने के बाद सुरंग की खुदाई शुरू होगी।" 23 दिसंबर को अपने पिता के कृषि फार्म में खेलते समय बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। मंगलवार को एनडीआरएफ टीम के कर्मियों ने क्लिप की मदद से फंसी बच्ची को 30 फीट ऊपर खींच लिया।
उपमंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ब्रजेश चौधरी ने मंगलवार को कहा कि बचाव दल की प्राथमिकता अब बच्ची को जिंदा बचाना है। इससे पहले, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) ओपी सरन ने कहा, "लड़की 150 फीट नीचे थी। क्लिप का उपयोग करके, हम उसे लगभग 30 फीट ऊपर ले आए हैं। हम उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं और एनडीआरएफ की टीम भी उसी में लगी हुई है। उसे लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। हम पास में बोरिंग करके उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं।" सरन ने एएनआई को बताया, "कैमरे भी लगाए गए हैं और हमारी पूरी टीम लगी हुई है। लड़की को जल्द से जल्द बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।" घटना की सूचना मिलने के बाद से ही जिला प्रशासन और चिकित्सा कर्मियों की टीमें मौके पर मौजूद हैं, ताकि सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाए रखा जा सके। स्थानीय अधिकारियों ने बचाव अभियान को बिना किसी रुकावट के जारी रखने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है। (एएनआई)